करोड़ों के घोटाले में फरियादी सीईओ ही निकला सूत्रसंचालक, गिरफ्तार

करैरा। यहां भ्रष्टाचार का एक अजब मामला प्रकाश में आया है। एक सीईओ ने खुद करोड़ों का भ्रष्टाचार किया और फिर लीपापोती के लिए खुद ही इस मामले में फरियादी बन कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने लगा, लेकिन अंतत: पोल खुल ही गई। अब सीईओ पुलिस की हिरासत में है।

दिनारा पुलिस ने गुरूवार की शाम शौचालय निर्माण में हुए करोड़ो के घपले, फजीबाड़े सहित भ्रष्टाचार के मामले में फरियादी बने करैरा जनपद सीईओ को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की है। गिरफ्तार सीईओ को न्यायालय द्वारा जेल भेजा गया है।

ग्राम पंचायत दिनारा में करीब तीन माह पूर्व शौचालय निर्माण में फजीबाड़े, घपले तथा भ्रष्टाचार के चर्चित मामले में गिरफ्तार सीईओ ने ही ग्राम पंचायत दिनारा की सरपंच, सचिव सहित दो दलालों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया था।

जिनको पुलिस ने कुछ दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया था लेकिन जब मामले की जांच की गई तो फरियादी सीईओ ही मामले का मुख्य सूत्रधार निकला जिसे पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है।

अभी हाल में करैरा जनपद कार्यालय में फिर से पदस्थ हुए सीईओ शिवकुमार श्रीवास्तव को दिनारा पुिलस ने आज शाम करीब 4 बजे गिरफ्तार करने की कार्रवाई की है। गिरफ्तार सीईओ को न्यायालय में पेंश किया गया जहां से उसे जेल भेजा गया है।

पुलिस ने मुताबिक दिनारा ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण में हुए घालमेल, भ्रष्टाचार व फर्जीबाड़े की शिकायत जनपद सीईओ शिवकुमार ने गत 18 जुलाई 2014 को दिनारा थाने में की थी। पुलिस ने इस मामले में 1200 शौचालय निर्माण में करीब एक करोड़ 20 लाख रूपए के फजीबाड़े के मामले में ग्राम पंचायत की सरपंच फूलवती कोरी, सचिव उत्तम यादव सहित पूर्व सरपंच के दो दलाल पुत्रों सतीश व सुनील गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी सहित भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर उक्त आरोपियों में से जहां सरपंच व सचिव को गिर तार कर लिया था वहीं सतीश व सुनील का मामला अभी उच्च न्यायालय में विचाराधीन है जिसके तहत इनकी गिर तारी नहीं हो पाई।

इसके बाद जब मामले की आगे की विवेचना की गई तो पता चला कि इस मामले में शिकायत करने वाला जनपद सीईओ शिवकुमार श्रीवास्तव ही मु य सूत्रधार है और पूरा फर्जीबाड़ा इसी की मिलीभगत से अंजाम दिया गया है।

यह बात सिद्ध होने के बाद जहां विभाग ने सीईओ को निलंबित करने की कार्रवाई की थी वहीं सीईओ का तबादला अशोकनगर जिले में हो गया था। अभी कुछ दिन पूर्व ही सीईओ ने फिर से अपनी तैनाती करैरा जनपद कार्यालय में करा ली जहां से आज पुलिस ने उसे गिर तार करने की कार्रवाई की है।