कोलारस में इलाज के बाद बिगड़ी आदिवासी युवक की हालत, ग्वालियर रैफर

शिवपुरी। कोलारस में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से आदिवासी युवक की हालत इतनी खराब हो गई कि उसे कोलारस से शिवपुरी और शिवपुरी से ग्वालियर रैफर कर दिया गया। जहां उसकी हालत अभी भी खराब है।

यहां बता दें कि जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है और इन झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही से अभी तक कई मौतें हो चुकी हैं और कई रोगी जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे हैं। जिसको लेकर शिवपुरी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा कार्रवाई करने से कतरा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलारस जगतपुर का रहने वाला नक्टू आदिवासी बुखार से पीडि़त था। जिसने कोलारस में एक चांदसी डॉक्टर के यहां इलाज कराया। जिसे डॉक्टर ने कुछ गोलियां और एक इंजेक्शन दे दिया। इसके बाद से ही उसकी हालत और बिगड़ गई और वह बेहोश हो गया। आनन-फानन में उसके परिजन उसे कोलारस स्वास्थ्य केन्द्र ले गए।

जहां से डॉक्टरों ने उसे शिवपुरी रैफर कर दिया, लेकिन शिवपुरी में भी डॉक्टर उसकी स्थिति काबू में नहीं कर पाए और उसे गंभीर अवस्था में ग्वालियर रैफर कर दिया। जहां उसकी हालत अभी भी चिंताजनक है और वह बेहोशी में है। करैरा, पोहरी, बैराड़, बदरवास, नरवर, पिछोर, खनियांधाना सहित जिलेभर में झोलाछाप सक्रिय हैं और अपने अधूरे ज्ञान से लोगों को मौत की सुई दे रहे हैं।

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