शिवपुरी। उच्च न्यायालय के आदेश के परिप्रेक्ष्य में नगरपालिका प्रशासन ने मुनादी लगाकर घोषित किया था कि सूअरों के विनिष्टिकरण हेतु 21 सित बर से उनकी गोली मारकर हत्या की जाएगी। लेकिन पुलिस बल न मिलने से सूअरों को एक दिन का और जीवनदान मिल गया है।
मुख्य नगरपालिका अधिकारी अशोक रावत ने बताया कि एसडीओपी एसएस तोमर ने कहा था कि पुलिस उपलब्ध कराने के बारे में फैसला पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह सिकरवार करेंगे और सोमवार को उनके आने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। उधर दूसरी ओर सूअरों की शूटिंग का ठेका लेने वाले हैदराबाद के नबाव सफात अली अपनी 7 सदस्यीय टीम सहित अपने काम को अंजाम देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इनमें से चार सदस्य सूअरों को मारेंगे तथा तीन सदस्य उनके शव को उठाकर गाड़ी में रखेंगे।
मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री रावत ने बताया कि नपा द्वारा सूअरों के मृत शरीरों के डिस्पोजल की पूरी तरह तैयारी कर ली है। इसके लिए बड़ोदी में एक निश्चित स्थान पर गड्ढे खुदवाए गए हैं।
नगरपालिका ने माइक के जरिए शहर में घोषणा कराई थी कि 20 सित बर से सूअरों को मारने का कार्य शुरू हो जाएगा। इस घोषणा से सूअर पालकों में हडकंप मच गया था और अभी तक निश्चिंत बैठे सूअरपालकों ने अपने-अपने सूअरों को पकडऩा शुरू कर दिया था, लेकिन अभी भी काफी सूअर शहर में घूम रहे हैं। सूअरों की शूटिंग एक दिन टल जाने से सूअरपालकों को अपने-अपने सूअर पकडऩे हेतु एक दिन और मिल गया है।
सीएमओ रावत का कहना है कि हम हिंसा नहीं चाहते इसलिए सूअरपालक यदि सूअरों को पकड़कर शहर से बाहर ले जाएं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। श्री रावत ने कहा कि शूटिंग शुरू होने के पहले वह सारी आवश्यकताएं पूर्ण कर लेना चाहते हैं। ताकि किसी तरह की कोई बाधा न हो। उन्होंने कहा कि योजनानुसार शूटिंग दल के साथ कार्यपालक मजिस्ट्रेट और पर्याप्त पुलिस बल की भी व्यवस्था की जा रही है। ताकि कानून व्यवस्था की कोई समस्या आने पर उसका सामना किया जा सके।
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