कलेक्टर की कार्रवाई का असर: रेत के दाम बढ़े

शिवपुरी। जिला कलेक्टर राजीव दुबे द्वारा अवैध उत्खनन और परिवहन के खिलाफ की गई दमदार कार्यवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भोगना पड़ेगा। जी हां! यह सनसनीखेज सच है कि आज कथित तौर पर मटेरियल सप्लायरों की बैठक में यह निर्णय ले लिया गया है
कि सभी डम्फर मालिक जो रेत गिट्टी सप्लाई करते है वह एक संगठित होकर एक यूनियन विधिवत तौर पर बनाऐंगें और यूनियन की सरकारी प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही यह निर्णय संगठित अंदाज में ले लिया गया है कि कल से रेता का डमफर 400 फुट की जगह 300 फुट का दिया जाएगा और उसका मूल्य कम से कम 15 हजार रूपये रखा जाएगा।

यह 15 हजार रूपये का मूल्य उस स्थिति में है जब डम्फर का माल कतिपय कारणों से बिक नहीं पा रहा है। सामान्य स्थिति में यूनियन के निर्णय के अनुसार 16-17 हजार रूपये से कम में 300 फुट का डम्फर नहीं बेचा जाएगा।

सनद् रहे जिला कलेक्टर राजीव दुबे की कार्यवाही से पूर्व 400 फुट का ड फर 10 हजार रूपये में  मिलता था। कलेक्टर की कार्यवाही के बाद एक माह में ही ड फर संचालकों ने उपभोक्ताओं की जेबें खाली करने के लिए ना सिर्फ 400 फुट के ड फर की रेट 16 से लेकर 18 हजार रूपये तक कर रखी थी। इस रेट पर भी जब ड फर संचालकों का मन नहीं भरा तो उन्होंने अब ड फर में 100 फुट माल घटाकर माल 300 फुट कर दिया और कीमत यथावत रखकर उपभोक्ताओं के साथ-साथ प्रशासन के भी छक्के छुड़ा दिए है। जिला कलेक्टर राजीव दुबे और खनिज विभाग के कर्ताधर्ताओं को यूनियन के नाम पर की जा रही अंधेरगर्दी पर तत्काल कोई कदम उठाना चाहिए अन्यथा की स्थिति में निर्माण कार्यों पर रेता की बढ़ी कीमतों से विराम लग जाएगा। उल्लेखनीय तथ्य यह भी है कि आज भी 400 फुट गिट्टी का ड फर 10 हजार साढ़े 10 हजार रूपये में मिल रहा है।