शिवपुरी। दो दिन पहले सीवर टेक की सफाई करने के लिए उतरे दो सफाईकर्मियों की मौत के बाद कल से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।
नगर पालिका में पदस्थ लगभग 400 सफाईकर्मी दो दिन से अपने काम पर नहीं आए जिससे शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई तथा जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए। सफाई कर्मचारियों की मांग है कि मृत सफाई कर्मचारियों के एक-एक परिजन को स्थाई अनुक पा नियुक्ति दी जाए तथा 10-10 लाख रूपये का मुआवजा मिले। वहीं घायल कर्मचारियों के परिवारों को भी दस-दस लाख रूपये की सहायता दी जाए।
हालांकि नगर पालिका ने मृतक कर्मचारियों के एक-एक परिजन को संविदा नियुक्ति पर रखने का आश्वासन दिया वहीं मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जिसे सफाई कर्मचारियों ने अपर्याप्त बताते हुए नामंजूर कर दिया।
दो दिन पहले दिनभर शहर में सफाई कर्मचारियों की मौत के बाद तनावपूर्ण स्थिति रही। मृतकों के शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम किया गया तथा अनुक पा नियुक्ति एवं 10-10 लाख रूपये की आर्थिक सहायता की मांग की गई। सीएमओ अशोक रावत ने बताया कि चूंकि उक्त दोनों मृतक कर्मचारी नगर पालिका के स्थाई कर्मचारी नहीं थे और वह प्रायवेट रूप से काम करने गए थे इस कारण नियमानुसार मृतकों के परिजनों को अनुक पा नियुक्ति नहीं दी जा सकती।
जहां तक आर्थिक सहायता का सवाल है शासन ने 25-25 हजार रूपये की सहायता राशि मंजूर की जिसे सफाई कर्मचारियों ने नामंजूर कर दिया। हालांकि कल समझाने बुझाने के बाद मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया, लेकिन कल से सभी 400 सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए जिससे सफाई व्यवस्था तहस-नहस हो गई है।
हड़ताल पर नहीं अवकाश पर हैं सफाई कर्मचारी: सफाई मजदूर कांग्रेस
सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलकिशोर कोड़े ने प्रेस बयान में बताया कि सफाई कर्मचारियों में नगर पालिका प्रशासन के व्यवहार के प्रति आक्रोश है। कल मृत कर्मचारियों को श्रद्धांजलि देने हेतु नगर पालिका में शोक सभा का आयोजन किया गया था, लेकिन जिसमें नगर पालिका का कोई भी अधिकारी उपस्थित नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की मृत्यु के बाद सभी सफाई कर्मचारी उनकी अस्थियों के विसर्जन हेतु इलाहाबाद जाएंगे तथा मृतक कर्मचारियों की तेरहवी तक सभी सफाई कर्मचारी अवकाश पर रहेंगे। कोई सफाई कर्मचारी कार्य नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि मृतक की विधवाओं को विशेष सफाई कामगार के पद पर नियमित नियुक्ति दी जाए तथा मृतकों के परिवारों को राहत राशि के रुप में 15-15 लाख रूपये दिए जाएं एवं घायलों के परिजनों को 10-10 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जाए।
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