बकरी चराने गई महिला की गला रेतकर हत्या, बालात्कार की भी अंशका

शिवपुरी। सतनबाड़ाथाना अंतर्गत ठेव के जंगल में बकरी चराने गई महिला की गर्दन काटकर नृशंस हत्या कर दी गई। यह हत्या गला रेतकर की गई है। मृतका का बालात्कार की शंका भी लग रही  है इस कारण डॉक्टरो के पैनल से पीएम कराया जाऐगा।

बताया जा रहा है कि, इस घटना को गुरूवार की दोपहर अंजाम दिया गया है,लेकिन महिला की लाश शुक्रवार की सुबक जंगल में मिली। साथी चारवाहै ने महिला को अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा उठाने की जानकारी गुरूवार को तत्काल दे दी थी। पुलिस ने तत्काल कोई भी इस घटना पर एक् शन नही लिया और हत्यारो ने वारदात को अंजाम दे दिया इस कारण आक्रोशित ग्रामीणो ने लाश को एबी रोड पर रख चक्का जाम करने की कोशिश की।

जानकारी के अनुसार ठेव निवासी भग्गो उर्फ भागवती उम्र पत्नी रामनरेश जाटव, हर रोज बकरियां चराने के लिए गांव के ही गुगली बाथम नामक युवक के साथ जाती थी। भग्गो का पति टीबी की बीमारी से पीडि़त है। भग्गो के तीन बच्चे हैं, जिसमें बड़ी बेटी 15 साल की है, जबकि दो छोटे बेटे हैं।

भग्गो के भाई मुंशीलाल ने बताया कि गुरुवार की दोपहर लगभग ढाई बजे गुगली जंगल से गांव में आया। उसने मेरे जीजा रामनरेश से कहा कि तु हारी पत्नी को जंगल में कुछ लोग उठा ले गए। मेरे जीजा ने गुगली की मोबाइल पर बात मुझसे कराई। उसने मुझे बताया कि जब हम लोग जंगल में बकरी चरा रहे थे तो मैंने दूर से देखा कि दो बंदूकधारी तु हारी बहन को पकड़कर घसीटते हुए ले जा रहे हैं। मैं डर की वजह से वहां से भागकर गांव गया।

मुंशीलाल ने फोन पर ही अपने जीजा से कहा कि तुम थाने जाकर यह सूचना दे दो। बताते हैं कि गुगली रामनरेश थाने पर गए। जब पुलिसकर्मियों ने गुगली से पूछताछ की तो वह कुछ भी बताने से परहेज करता रहा। भग्गो के भाई का कहना है कि पुलिस ने मेरी बहन की तलाश नहीं की, जबकि थाना प्रभारी का कहना है कि हमारी टीम शाम को जंगल में गई थीए लेकिन अंधेरा होने की वजह से वहां कुछ नजर नहीं आया।

मामले की सूचना देने वाला गुगली बाथम गुरुवार की शाम को ही गांव से गायब हो गया। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया है। सूत्रों का कहना है कि शाम से ही पुलिस ने गुगली को कब्जे में ले लिया है, क्योंकि कहानी उसने ही सुनाई और वो ही चश्मदीद भी रहा है।

इस मामले को पुलिस कई एंगिलो से कर रही है सुत्र बता रहै है कि यह हत्या आपसी रंजिश का भी हो सकता है कि पूर्व से ही इस गांव के जाटवो मेें पार्टीवाजी चल रही थी।

 हत्या से पहले बालात्कार जैसे हालात तो नहीं दिख रहे हैं। फिर भी हम डॉक्टरों के पैनल से पीएम करवा रहे हैं। गुगली की कहानी भी समझ रहे हैं और गांव में झगड़े के मामले को भी जांच का बिंदु बनाया है। फिलहाल अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। हालातों को देखते हुए लगता है कि जल्द ही महत्वपूर्ण सुराग मिल जाएंगे।
एस के एस तोमर
एसडीओपी शिवपुरी 

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