20 दिन तक तस्करों के चंगुल में रही मेडीकल छात्रा, हर रोज हुआ रेप

शिवपुरी। मेडिकल प्रथम वर्ष की छात्र एक 23 वर्षीय युवती का एक्सीटेंड एक माह पुर्व जश्मेदपुर में हुआ और अर्दबेहोशी की हालत में उसकी सेवा कर, उसका विश्वास हाासिल कर दो मानव तस्करो को ने इस युवती को मात्र 20 हजार रूपये मे बेच दिया। खरीदने वाले ने भी इस युवती के साथ जानवरो जैसा व्यवहार कर एक कमरे में बधक बनाकर 20 दिन तक रोज बालात्कार किया। किसी भी तरह कैद से भागी इस युवती ने पुलिस को सुनाई अपनी पूरी दास्ता।

पीडि़त 23 वर्षीय युवती अनीता (परिवर्तित नाम) पुत्री स्व. पंकज कुमार दास निवासी अतुल रैनो अपार्टमेंट जमशेदपुर झारखण्ड ने आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद रेलवे स्टेशन पहुंचकर पुलिस को अपनी व्यथा सुनाई। बकौल अनीता, एक माह पहले उसका एक्सीडेंट जमशेदपुर में हुआ। जहां वह बेहोशी की हालत में जमशेदपुर अस्पताल में भर्ती हुई और उसकी दुर्घटना की जानकारी उसके घरवालों को नहीं लगी। इसी बीच गुना की रहने वाली महिला कला और उसका भाई टिंकल व गोविंद सोनी उसे अकेला देखकर उसके पास पहुंचे। उस समय वह अर्धबेहोशी की हालत में थी।

आरोपियों ने उसकी सेवा की और उससे कहा कि यहां उसका सही इलाज नहीं हो रहा है। वह उसका अच्छा इलाज कराने मप्र के गुना में ले चलेंगे। आरोपियों का अच्छा व्यवहार देखकर अनीता उनके साथ आने पर राजी हो गई। लेकिन उसने आरोपियों से कहा कि वह उसके घर वालों को सूचित कर दें तो आरोपियों ने उससे कहा कि वह उसे गुना ले जाकर उसके परिवार वालों को वहीं बुला लेगें। इसके बाद तीनों उसे गुना की रसीद कॉलोनी में गोविंद सोनी के घर ले गए और उसे वहां कुछ दिनों तक रखा और उसका इलाज कराया।

इसके बाद आरोपी उसे बीस दिन पहले शिवपुरी लेकर आए। जहां डेहरवारा के रहने वाले हरवंश जाट को बेचने के लिए सौंप दिया और हरवंश ने अनीता को 20 हजार में राजाराम जाट पुत्र केसरी जाट निवासी काली माता मंदिर डेहरवारा को बेच दिया और राजाराम ने उसके साथ जबरन शादी कर ली। जब अनीता ने विरोध किया तो राजाराम उसे कमरे में बंद करके रखने लगा और उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए।

अनीता आरोपी की इस करतूत पर आंसू बहाती और उसके भाई केदार जाट, भाभी बबीता, जीवन, बुद्धो और जानकी से इंसानियत के नाते उसे राजाराम के चंगुल से छुड़ाने के लिए कहती रही, लेकिन वह सभी यह कहकर उसे फटकार देते कि अब वह राजाराम की पत्नी है और वह उसके साथ कुछ भी कर सकता है।

बीस दिनों से बंधक बनकर रही अनीता आज सुबह मौका देखकर वहां से भागने में सफल हुई और ग्राम खोंकर के स्टेशन पर पहुंची। जहां मौजूद रेलवे स्टॉफ ने उसकी सहायता की और उसे आज सुबह 8 बजे कोटा-भिण्ड पैसेंजर शिवपुरी स्टेशन लाए। जहां रेलवे कर्मचारियों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। जिस पर कोतवाली पुलिस वहां पहुंची और अनीता से पूछताछ की, लेकिन सीमा विवाद को लेकर कोतवाली पुलिस, तेंदुआ थाना पुलिस और रेलवे पुलिस उलझी रही। जिस कारण कार्रवाई नहीं हो सकी।

पुलिस से संपर्क किया फिर भी नहीं की कार्रवाई
बकौली अनीता, अभी कुछ दिन पहले डेहरवारा में मंदिर की मूर्ति तोड़ी गई उस समय तेंदुआ पुलिस मौके पर पहुंची। जहां उसने पुलिस से कहा कि आरोपी उसे जबरन यहां बंधक बनाकर रखे हुए हैं। इसके बावजूद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बाद में राजाराम जाट ने उससे कहा कि पुलिस को उसने बीस हजार रूपये दिए हैं। जिस कारण पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करेगी।

हरवंश जाट मासूम लड़कियों को बेचने का कार्य करता है
अनीता ने पुलिस को बताया कि कला, टिंकल और गोविंद सोनी उसे डेहरवारा के रहने वाले हरवंश जाट के यहां लाए। जहां पहले से ही कुछ मासूम लड़कियां मौजूद थीं जिन्हें हरवंश ने रूपये लेकर आसपास के गांव में बेच दिया और उसके बाद मुझे भी राजाराम को बीस हजार रूपये में बेच दिया।

पीडि़ता मेडीकल प्रथम वर्ष की छात्रा
पीडि़ता अनीता ने बताया कि  वह जमशेदपुर के एक प्रतिष्ठित परिवार से वास्ता रखती है। उसकी बहन सोनाली दास अभिभाषक है। अनीता के दो भाई और दो बहन हैं और उसके पिता की मृत्यु हो चुकी है। उसका कहना है कि वह मेडीकल प्रथम वर्ष की छात्रा है।