पति की प्रताडऩा के कारण इंद्रावती ने कुएं में कूंदकर दी थी जान

शिवपुरी ब्यूरो। भौंती थाना क्षेत्र के ग्राम तिंधारी में 1 जून की शाम इंद्रावती पत्नी भागीरथ बाढ़ई द्वारा कुए में कूंदकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने जांच की तो फरियादी बना मृतिका का पति आरोपी बन गया।

उक्त आरोपी मृतिका के यहां कोई संतान न होने के कारण उसे प्रताडि़त करता था और खुद की दूसरी शादी करने की बात कहता था। जिससे व्यथित होकर मृतिका ने कुए में कूंदकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 306 आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतिका इंद्रावती और आरोपी भागीरथ का विवाह कुछ वर्ष पूर्व ही हुआ था। लेकिन मृतिका के यहां कोई संतान नहीं हुई। जिससे उसका पति भागीरथ उसे तरह-तरह से प्रताडि़त करने लगा और ताने देने लगा। यह सिलसिला पिछले काफी समय से चला आ रहा था। संतान न होने के कारण आरोपी भी परेशान रहने लगा और उसने घटना के कुछ दिन पहले अपनी पत्नी से कहा कि तूने अभी तक मुझे संतान सुख नहीं दिया। इस कारण मैं दूसरी शादी कर रहा हूं। उस समय मृतिका ने सोचा कि उसका पति मजाक कर रहा है, लेकिन आरोपी दूसरी शादी की तैयारी करने लगा।

जिससे इंद्रावती स्तब्ध रह गई और दोनों के बीच विवाद हुआ और घटना दिनांक 1 जून को इंद्रावती ने व्यथित होकर घर के पास स्थित कुए में छलांग लगा दी। जिससे उसकी मौत हो गई। इंद्रावती की मौत की सूचना दो जून को सुबह 9 बजे उसके पति भागीरथ ने पुलिस को दी और पुलिस ने मृतिका के शव को कुए से निकलवाकर पति की फरियाद पर से मर्ग कायम कर लिया और जांच शुरू की। जांच में जो कहानी सामने आई उस कहानी के आधार पर पुलिस ने फरियादी बने पति को इंद्रावती की मौत का जि मेदार मानते हुए आरोपी बना दिया।