शिवपुरी। ग्राम पंचायत इंदरगढ़ में निर्माण कार्य हेतु विधायक प्रहलाद भारती ने अपने फण्ड से 2 लाख 80 हजार रूपये की राशि दी। लेकिन जिपं ने चैक में ग्राम पंचायत इंदरगढ़ के स्थान पर ग्राम पंचायत सुभाषपुरा लिख दिया। जिसके कारण राशि का भुगतान नहीं हो सका। संशोधन के लिए सरपंच आशा सीताराम धाकड़ एक साल से जिपं के चक्कर लगा रही है।
लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकल रहा है। सरपंच के पति का आरोप है कि संशोधन करने के लिए जिपं के कर्मचारी उससे अवैध राशि की मांग कर रहे हैं और मांग पूर्ति न होने के कारण चैक नहीं दिया जा रहा।
ग्राम पंचायत इंदरगढ़ को विधायक निधि से जिला पंचायत के माध्यम से 2 लाख 80 हजार रूपये का चैक दिया गया, लेकिन चैक पर ग्राम पंचायत इंदरगढ़ के स्थान पर ग्राम पंचायत सुभाषपुरा लिख दिया गया। इस कारण बैंक से चैक का भुगतान नहीं हुआ। चैक पर संशोधन के लिए सरपंच ने जिला पंचायत को चैक दिया। कायदे से ग्राम पंचायत सुभाषपुरा में सुभाषपुरा को काटकर इंदरगढ़ लिख दिया जाता और उस कटी इबारत पर चैक जारी करने वाले के हस्ताक्षर होने थे। इस प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा एक सप्ताह का समय लगता। लेकिन जिपं लगभग सालभर होने के बाद भी संशोधित चैक सरपंच को नहीं दे पाई।
विभाग को समय नही लगाना चाहिए: भारती
इस मामले में पोहरी विधायक प्रहलाद भारती का कहना है कि यह सत्य है कि सरपंच चैक के लिए जिपं के महीनों से चक्कर लगा रही है। यह इतना बड़ा काम नहीं था कि इसमें इतना समय लगता। इसके अलावा दो तीन मामले और हैं जिसमें भी अभी तक चैकों को संशोधित नहीं किया गया है। ऐसा नहीं होना चाहिए। इतना अधिक समय संशोधन के लिए लगाना उचित नहीं है।
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