आक्रोशित भीड़ को देख मौके से भागे नपा अधिकारी

शिवपुरी। गुरूद्वारा क्षेत्र में स्थित दुकानों के आगे गुरूवार की सुबह नाली खोद रही नपा की हिटैची और अधिकारियों को जनता के आक्रोश को झेलना पड़ा और बाद में भीड़ बढ़ती देख नपा अधिकारी मौके से हिटैची लेकर भाग निकले और काम रोक दिया गया आसपास के दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि नगरपालिका के अधिकारी एक भूमिस्वामी से सांठगांठ कर नाली निर्माण करा रहे थे। यह आचार संहिता का उल्लंघन है, लेकिन इस मामले में प्रभारी सीएमओ व स्वास्थ्य अधिकारी अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं।

जैन दूध डेयरी से लेकर गुरूद्वारा चौराहे तक पूर्व में एक नाली बनी हुई है जो बंद हो गई थी। लेकिन आज अचानक नगरपालिका के कर्मचारी हिटैची लेकर वहां पहुंचे और नाली खोदना शुरू कर दी। जिससे स्थानीय दुकानदार भड़क गए और उन्होंने नगरपालिका पर भूमि मालिक से सांठगांठ कर नाली निर्माण कराने का आरोप लगाय है। जबकि इस समय आचार संहिता लगी हुई है जबकि कोई भी नाली उस स्थान के लिए स्वीकृत नहीं है। 

हंगामा होता देख वहां पहुंचे सेनेट्री स्पेक्टर सुखदेव शर्मा हिटैची लेकर भाग खड़े हुए। स्थानीय दुकानदार अरूण ओझा, बाटू खां, सुरेशा झा, दिलीप शाक्य,अमृत शाक्य,बंटी सिसोदिया ने नपा के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी दुकानों के पीछे किसी कुशवाह की भूमि है और भूमिस्वामी ने नगरपालिका के अधिकारियों से सांठगांठ कर हमें यहां से बेदखल करने का नया तानाबाना बुना है। दुकानदारों ने बताया कि वर्षों से वहां नाली पहले से ही मौजूद है, लेकिन भूमिस्वामी के कहने पर नपा के अधिकारियों ने वहां नाला बनाने के लिए खुदाई शुरू कर दी। जिससे हम दुकानदारों को परेशानी हो और वह अपनी दुकानें वहां से हटा लें। 
जबकि वर्तमान में आचार संहिता लगी हुई है और वहां नाली निर्माण का कोई भी प्रस्ताव नपा में पारित नहीं है। इस पूरे मामले में जब प्रभारी सीएमओ व स्वास्थ्य अधिकारी अशोक शर्मा से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि मुझे इस मामले में अधिक जानकारी नहीं है। वहां हंगामे की सूचना अवश्य मिल है। जिसे देखने के लिए मैंने सेनेट्री इंस्पेक्टर सुखदेव शर्मा को पहुंचाया है। जब जब सुखदेव शर्मा से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि नाली निर्माण का प्रस्ताव नपा में पारित है और आज नाली निर्माण के लिए खुदाई की जा रही थी, लेकिन स्थानीय नागरिकों ने हंगामा कर दिया है। जिससे काम को बीच में ही रोक दिया गया है। वहीं उनका कहना है कि दुकानदारों द्वारा सांठगांठ का जो आरोप लगाया जा रहा है। वह निराधार है।