सीएमओं के तबादले पर कोर्ट का स्टे !

शिवपुरी। अपनी अकर्मण्यता के कारण व भ्रष्टाचार को लेकर लोकायुक्त के जाल में फंसे नगर पालिका सीएमओ पीके द्विवेदी शासन को ठेंगा बताते हुए, स्थानांतरित किये गए स्थान पर न जाते हुए न्यायालय से स्टे ऑर्डर लेकर शिवपुरी में वापसी कर सभी को आश्चर्य चकित कर दिया है।

विधानसभा चुनाव के पूर्व से ही शिवपुरी विधायक एवं उद्योगमंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के बार-बार चेतावनी दिये जाने के बाबजूद भी नगर पालिका के सीएमओ के द्वारा शहर को सूअरों से मुक्त न करा पाने में असफल रहने तथा लोकायुक्त टीम द्वारा नगर पालिका के बाबू सहित सरेआम भ्रष्टाचारी में लिप्त बाबू को रंगे हाथों पैसे लेते हुए पकड़े जाने के उपरांत सीएमओ और बाबू के विरूद्ध लोकायुक्त टीम ने वैधानिक कार्यवाही की।

नगर पालिका सीएमओ की भ्रष्टाचारी के चर्चे शहर में आम रहे हैं। जिनके द्वारा शहर भर में कराये गए निर्माण कार्यो में भारी कमीशन खोरी के चलते लाखों रूपए के बारे न्यारे किये गए। नगर पालिका सीएमओ पीके द्विवेदी आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे होने के बाबजूद उनको शिवपुरी से विदा करना काफी टेड़ी खीर नजर आ रही थी। प्रदेश की उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के निशाने पर आये नगर पालिका सीएमओ का स्थानांतरण कर दिया गया, लेकिन सीएमओ साहब का शिवपुरी शहर से इतना प्रेम है कि वो इसे छोडऩे को कतई तैयार नहीं है।

स्थानांतरण के बाद सीएमओ को शिवपुरी से रिलीव भी कर दिया गया था और चार्ज स्वास्थ्य अधिकारी अशोक शर्मा को सौंप दिया गया था लेकिन सीएमओ पी.के. द्विवेदी ने अपने तिकड़म भिड़ा कर न्यायालय से स्टे ऑर्डर लाकर शासन प्रशासन को धता बताते हुए शिवपुरी बापिस आने की तैयार कर ली है।

इनका कहना है
ऐसा सुनने में आया है कि सीएमओ ने अपना स्थानांतरण रूकबा लिया है, लेकिन वो अभी तक मेरे पास चार्ज लेने नहीं आये हैं।
श्रीमती रिशिका अष्ठाना
अध्यक्ष नगर पालिका शिवपुरी।