बेदखल सीएमओ ने संडे को खोला आफिस और बैकडेट में कर डाला 1 करोड़ का पेमेंट

शिवपुरी। नगरपालिका शिवपुरी में एक गंभीर अपराध कारित किया गया। पदमुक्त किए जा चुके सीएमओ ने संडे को जबरन आफिस खुलवाया और बैकडेट में 1 करोड़ से ज्यादा का पेमेंट किए। यह सीधे सीधे आपराधिक कृत्य है। एफआईआर दर्ज कराई जानी चाहिए परंतु अभी तक इस मामले में नपा प्रशासन व अध्यक्ष की ओर से कोई प्रतिक्रिया तक दर्ज नहीं कराई गई है।

लोकायुक्त के छापे में रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुए सीएमओ पीके द्विवेदी को 3 मार्च को रिलीव किया जा चुका है। बावजूद इसके वो रविवार को शिवपुरी आए और उन्होंने सीएमओ चेम्बर खुलवाकर बैकडेट में कामकाज निपटाए। इतना ही नहीं उन्होंने 1 करोड़ से ज्यादा पेमेंट भी कर डाले। इस दौरान प्रभारी सीएमओ अशोक शर्मा भी वहां मौजूद थे।

यह मामला सिर्फ मीडिया की सुर्खियां यह चटखारे लेने के लिए नहीं है और ना ही आचार संहिता से इसका कोई रिश्ता है। यह तो सीधे सीधे गंभीर आपराधिक कृत्य है। एक अनाधिकृत सरकारी कर्मचारी ने जबरन सरकारी आफिस खोला एवं दस्तावेजों में हेरफेर किया है। इस मामले में संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जानी चाहिए।

नगरपालिका अध्यक्ष के पास यह सबसे बेहतर अवसर है। यदि वो नगरपालिका में चल रहे भ्रष्टाचार में शेयर होल्डर नहीं हैं तो उन्हें तत्काल इस मामले में एक्शन लेते हुए आरोपी पूर्व सीएमओ पीके द्विवेदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने हेतु प्रक्रिया शुरू करवानी चाहिए एवं किए गए सभी भुगतान तत्काल निरस्त कर दिए जाने चाहिए। इतना ही नहीं इस अवसर को उपलब्ध कराने वाले प्रभारी सीएमओ अशोक शर्मा को भी इस मामले में सहआरोपी बनाया जाना चाहिए।

देखना रोचक होगा कि नगरपालिका शिवपुरी में चल रहे भ्रष्टाचार के इस खुले खेल पर जिलाप्रशासन, शिवपुरी के राजनैतिक दलों के नेतागण और नगरपालिका अध्यक्ष क्या कुछ कदम उठाते हैं, उठाते भी हैं या नहीं।