मंदिर से पुलिस अधिकारियों का अतिक्रमण हटाया

शिवपुरी। शहर के प्रसिद्ध श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर की माफी की भूमि सर्वे क्रमांक 934 शिवपुरी टुकड़ा नं.2 की भूमि पर जबरन अतिक्रमण कर वहां से अपनी निजी भूमि में मार्ग बनाने वाले पूर्व टीआई भानुप्रताप सिंह तोमर की पत्नि रजनी तोमर व पूर्व आर आई विजय भदौरिया, बैंक कर्मचारी देवेन्द्र जैन आदि के द्वार बिछाए गए इस मार्ग को आज तहसीलदार, नायब तहसीलदार व प्रशासनिक टीम ने ध्वस्त कर दिया साथ ही बेजा कब्जा करने वाले भानुप्रताप की पत्नि रजनी तोमर के ऊपर 50 हजार का जुर्माना भी लगाया है।

विस्तृत जानकारी के अनुसार इस संबंध में बीते वर्ष 3 अक्टूबर 2012 को श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के पुजारी लक्ष्मणदास जी महाराज व अन्य सैकड़ों भक्तों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए मंदिर माफी की भूमि पर होने वाले अतिक्रमण को रोके जाने की मांग जिला प्रशासन से की थी। इस संदर्भ में दस्तावेजी प्रमाण सहित शिकायत कलेक्टर को सौंपी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण मंदिर माफी की भूमि पर जबरन कब्जा किया गया और एक पत्थर मिट्टी डालकर एक नया मार्ग बना लिया गया।

चूंकि  मंदिर माफी की भूमि के पीछे का टुकड़ा पूर्व टीआई भानूप्रताप सिंह तोमर, पूर्व आर आर विजय भदौरिया, बैंक कर्मचारी देवेन्द्र जैन व अन्य मिलकर खरीदी थी और इनके द्वारा यहां प्लॉटिंग का कार्य किया जा रहा था लेकिन कोई रास्ता शेष ना होने के कारण इन सभी ने मंदिर के पुजारी पर दबाब बनाया और जब वह नहीं माने तो अपने अधिकारों का गलत दुरूपयोग करते हुए मंदिर माफी की भूमि पर ही अतिक्रमण कर रास्ता बना डाला।

इस संबंध में शिकायतें मंदिर के पुजारी व अन्य श्रद्धालुओं ने भी की लेकिन काफी विलंब के बाद प्रशासन की नजर यहां गई। तहसीलदार आर के पाण्डे, नायब तहसीलदार मनीष जैन सहित राजस्व अमला व पटवारी एवं देहात थाना पुलिस की मौजूदगी में संयुक्त रूप से इस अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही आज अंजाम दी गई । जहां बनाए गए अवैध मार्ग को तहस नहस कर दिया गया और दोषी पाए जाने पर यहां पूर्व टीआई भानुप्रताप तोमर की पत्नि रजनी तोमर के ऊपर 50 हजार रूपये का जुर्माना आरोपित किया गया।

काफी दबाब के बाद हुई कार्यवाही

इस पूरे मामले में शासकीय अमला इसलिए कार्यवाही नहीं कर सका क्योंकि तहसीलदार आर के पाण्डे को काफी देर बाद मामले की जानकारी लगी जबकि पूर्व तहसीलदार आर ए प्रजापति ने इस मामले को ठण्डे बस्ते में डाल रखा था लेकिन जब इस मामले की शिकायतें पुन: हुई तो इसका जबाब देने के लिए तहसीलदार श्री पाण्डे ने शासन के आदेश पर कार्यवाही संस्थित की। जिसमें आज बनाए गए मार्ग को जेसीबी के द्वारा उखाड़ फेंका गया और मंदिर माफी की भूमि को बेजा कब्जे से मुक्त कराया।

तीन जगह और भी हुई कार्यवाही

बताया जाता है कि आज राजस्व अमले ने जिस प्रकार से अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की मंशा बनाई तो इसमें कहीं सफलता मिले ना मिले लेकिन खेड़ापति मंदिर की भूमि से अतिक्रमण हटाकर जरूर सफलता प्राप्त की है जबकि वहीं दूसरी ओर आईटीआई के सामने, महल कॉलोनी व न्यू ब्लॉक क्षेत्र में बेजा कब्जे करने वालों पर टीम कोई खास कार्यवाही नहीं कर सकी। यहां विरोध का सामना करना पड़ा इसलिए इस टीम ने मौके की नजाकत देखते हुए आगामी समय में कार्यवाही करने की बात कही है फिलहाल नोटिस जारी कर कई लोगों को समय दिया गया है जबकि कईओं को समझाईश देकर अपने अतिक्रमण को हटाने की बात कही गई है।