शिवपुरी में अटल ज्योति नहीं बल्कि अटल अंधकार अभियान

शिवपुरी। CM शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू किया गया अटल ज्योति अभियान शिवपुरी में फ्लॉप हो गया है। बिजली की ताबड़तोड़ कटौती से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जबकि बिजली विभाग के अधिकारी बिजली कटौती का कारण मेंटीनेंस बता रहे हैं, लेकिन स्थिति इससे विपरीत है।
बिजली कटौती से जहां पेयजल समस्या गहराने लगी है वहीं उद्योग धंधे और व्यवसाय भी प्रभावित होने लगे हैं। ऐसी स्थिति में अटल ज्याति अभियान शहरवासियों को अभिशाप बन गया है। हालांकि विद्युत कटौती को लेकर प्रदेश के उद्योग मंत्री एवं स्थानीय विधायक यशोधरा राजे ने बिजली अधिकारियों को लताड़ भी लगाई, लेकिन इसका असर भी अधिकारियों पर नहीं पड़ा और स्थिति में सुधार भी नहीं हुआ है।

विदित हो कि विधानसभा चुनाव के पूर्व सत्ता हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराए जाने का वायदा किया था और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी के नाम का सहारा लेकर उनके नाम पर अटल ज्योति अभियान का शुभारंभ प्रदेश स्तर पर किया गया था और मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में तीसरी बार सत्ता हासिल कर मु यमंत्री की कुर्सी फिर हासिल कर ली। लेकिन सत्ता आते ही मु यमंत्री द्वारा शुरू किया गया अटल ज्योति अभियान शिवपुरी में ठप्प हो गया और आज स्थिति इतनी भयाभह हो गई कि शहरी क्षेत्रों में घंटों बिजली नहीं मिल रही है। वहीं इससे बुरी हालत ग्रामीण क्षेत्रों की है। 

जहां दो-दो दिन तक ग्रामीणों को अंधेरे में अपना जीवन कांटना पड़ता है। स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा हाल ही में सर्किट हाउस में जनता दरबार लगाया गया था। जहां सबसे ज्यादा शिकायती आवेदन विद्युत समस्या से त्रस्त लोगों ने दिए थे। इसके बाद कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में यशोधरा ने बिद्युत अधिकारियों को शीघ्र विद्युत समस्या हल करने का आदेश दिया, लेकिन विधायक एवं मंत्री के आदेश को भी विद्युत अधिकारियों ने ताक पर रखते हुए विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने के स्थान पर और अधिक बिगाड़ दी है और गर्मियां भी सिर पर हैं। ऐसी स्थिति में शहर सहित ग्रामीण अंचलों में पेयजल समस्या बढऩे के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। वहीं उद्योग धंधे भी विद्युत के कारण ठप्प हो रहे हैं।

नागरिक आवाज उठाते हैं तो उन पर की जाती है कानूनी कार्रवाई
विद्युत कटौती से परेशान शहर की जनता ने जब-जब विद्युत विभाग के खिलाफ आवाज उठाई है तब-तब बिजली अधिकारियों ने उन लोगों को कानूनी पचड़े में फंसा दिया है। जिससे लोग अब बिजली अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने में सकुचाते नजर आ रहे हैं और बेरोकटोक कटौती ने शहर को अंधकारमय बना दिया है।

चुनाव में कांग्रेसियों ने नहीं बनाया बिजली को मुद्दा
चुनाव से पूर्व प्रदेश स्तर पर बिजली समस्या बहुत ही विकराल रूप धारण कर चुकी थी। ऐसी स्थिति में विपक्षी दल कांग्रेस के पास बहुत ही बड़ा मुद्दा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस में चल रहे आपसी कलह के कारण विपक्ष ने इस मुद्दे को नहीं उठाया और भाजपा ने चालाकीपूर्ण तरीके से प्रदेश स्तर पर 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के नजरिए से अटल ज्योति अभियान का शुभारंभ कर देश की जनता का दिल जीत लिया और कांग्रेसियों को मुद्दे से भटकाकर जीत हासिल कर ली।