शिवपुरी। खनियांधाना थाने में कल पुलिस ने मृतिका माखनबाई द्वारा आत्महत्या करने के मामले में जांच के बाद मृतिका के पति के खिलाफ धारा 498 ए, 304 बी का मामला दर्ज किया है। आरोपी मृतिका पर चरित्रहीनता का आरोप लगाकर 4 हजार रूपये प्रतिमाह दहेज के रूप में मांगता था और इसी से व्यथित होकर माखनबाई ने मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतिका माखनबाई का विवाह वर्ष 2010 में सूरजपुरा गूढर के रहने वाले वीरन सिंह के साथ बड़ी धूमधाम से हुआ था। विवाह के समय मृतिका के पिता ने अपनी हैसियतानुसार अपनी पुत्री को दानदहेज भी दिया था। लेकिन कुछ समय तक तो आरोपी वीरन ने मृतिका को ठीक ढंग से रखा और मृतिका ने एक बच्चे को भी जन्म दिया, लेकिन बच्चे के जन्म के बाद से ही आरोपी अपने खर्चों पर नियंत्रण नहीं रख पाया और उसे पैसे की जरूरत पडऩी शुरू हो गई और उसने अपने रूपयों की पूर्ति के लिए मृतिका पर दबाव बनाना शुरू कर दिया और उससे वह प्रतिमाह 4 हजार रूपये की मांग करने लगा।
कुछ समय तक तो मृतिका ने उसे रूपये देने से इंकार किया, लेकिन उसकी मांग पूरी न होने पर वह उस पर चरित्रहीनता का अरोप लगाने लगा और उसकी मारपीट भी शुरू कर दी। इस पूरे घटनाक्रम से वह इतनी तंग आ चुकी थी कि उसने 20 अगस्त 2013 को मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। माखनबाई की मौत के बाद उसके मायके वालों ने दहेज मांगने का आरोप उसके पति पर लगाया। जिस पर पुलिस ने मर्ग कायम कर उसकी जांच शुरू की और जांच पूरी होने के बाद मृतिका के पति को आरोपी मानते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
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