पक्षपात के बाद भी नहीं जीत पाया विक्टोरिया क्लब

शिवुपरी। पूरी सेटिंग के साथ लगातार चौथे साल टूर्नामेंट जीतने के लिए मैदान में उतरे विक्टोरिया क्लब को फाइनल में आकर हार में मुंह देखना ही पड़ा। सनद रहे कि यह टीम उद्घाटन मैच में ही हार गई थी परंतु पक्षपात के बाद इसे विजेता घोषित किया गया था।

शिवपुरी के लोकप्रिय नेता एवं पूर्व विधायक स्व.सुशील बहादुर अष्ठना स्मृति में आयोजित होने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट के सातवें वर्ष में आकर विवादित हो गया। आयोजकों ने विक्टोरिया क्लब को जिताने के लिए हर संभव जतन किए। क्लब उद्घाटन मैच में ही यंग स्टार के हाथों हार गया था परंतु आयोजकों एवं अंपायर ने पक्षपात किया और यंग स्टार को हारा हुआ घोषित कर दिया।

यह मामला इतना आगे तक गया कि गुस्साई यंग स्टार टीम ने दूसरे दिन जब न्याय नहीं मिला तो बीच मैदान में ही अंपायर की धुनाई कर डाली। बाद में पुलिस प्रकरण भी दर्ज हुए और शांति व उल्लास का यह आयोजन विवादों के घेरे में आ गया।

इसके बाद आयोजक विक्टोरिया क्लब को बड़ी ही आसानी के साथ फाइनल में ले आए। इस बीच उन्होंने कितने पक्षपात किए इसका खुलासा नहीं हुआ क्योंकि पक्षपात के खिलाफ आवाज उठाने वाली टीम के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई हो चुकी थी और अब कोई भी खिलाड़ी पुलिसिया पंगा लेने के मूड में नहीं था, परंतु कहते हैं ना कि कपटपूर्ण चालें अंतत: परास्त हो ही जातीं हैं।

इस मामले में भी ऐसा ही हुआ। फाइनल में आकर एक बार फिर विक्टोरिया क्लब, बूम बूम क्लब के हाथों पराजित हो गया। इस बार हार इतनी जबर्दस्त थी कि आयोजक भी कोई फेवर नहीं दे पाए। कुल मिलाकर यह बूम बूम क्लब के हाथों विक्टोरिया क्लब की नहीं बल्कि टूर्नामेंट के आयोजकों की हार थी। जो शहर भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।