नकली बुआ बना कराई भतीजे ने व्यापारी को रजिस्टी 11 लाख की ठगी का मामला

शिवपुरी। कहते है पैसा क्या नही करता पैसे के लालच में आदमी इतना गिर चुका है कि आज वह अपनों को ही ठगने में गुरेज नही करता पैसों के लालच में अफसर शाही भी एैसे ठगों के साथ कंधे से कंधा मिला रही है।

अभी हाल ही में ग्राम दबरा दिनारा का एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें एक कलयुगी भतीजे ने अपनी ही बुआ की ढाई बीघा जमीन 11 लाख रूप्ये में फर्जी कागजात तैयार करा बेच दी इतना ही नही उसके इस फर्जी बाड़े में कही ना कही उप पंजीयक अजय लोधी भी भ्रष्टाचार के चलते शामिल नजर आ रहै है क्योकी कोई अंधा भी होगा वह भी सारी चीजे देख कर ही अपनी कार्रवाई करेंगा भगवान की दया से यह तो बिल्कुल ठीक ठाक है फि र भी इनके द्वारा तथा कथित भ्रष्टाचार के चलते कागजो को प्राथमिकता ना देते हुए केवल पोस्ट आफिस की पास बुक के आधार पर ही रजिस्टी कर्ता की पहचान मान ली।

लेकिन पासबुक में दी गई जानकारी में भी महिला का नाम राजा यादव पत्नी मुलायम सिह यादव निवासी दिनारा लिखा है और रजिस्टी कर्ता के खसरा आदि में राजाबेटी पुत्री हल्के यादव निवासी दबरा दिनारा लिखा है दोनो ही नामों में भिन्नता है दुसरा रजिस्टी में महिला की उम्र 50 वर्ष लिखी है जबकी पास बुक पर लगी फ ोटो वाली महिला 35 वर्ष के आसपास की होगी तीसरा जब महिला मध्यप्रदेश की निवासी है तो उसका वोटर कार्ड या राशन कार्ड आदि दस्तावेज साक्षय के लिए क्यो नही लिया गया सवाल यह उठता है कि इतना अंतर होने के बाद भी उप पंजीयक द्वारा उक्त रजिस्टी कैसे कर दी गई यह बात उप पंजीयक के भ्रष्टाचार व मिली भगत को स्वयं उजागर करती है।

जानकारी के अनुसार दिनारा निवासी उमेश कुमार गुप्ता ने धोखधड़ी करने वालों के खिलाफ थाने में दिया है उमेश गुप्ता दिनारा में दुकानदारी करते है इनके अनुसार इनकी दुकान पर एक दिन ज्ञानसिह यादव पुत्र मुलायम सिह निवासी दिनारा आया और बोला कि ग्राम दबरा में मेरी बुआ के नाम ढाई बीघा जमीन है उनको पैसों की जरूरत है इस लिए उक्त जमीन को वह बेच रही है आप यदि लेना चाहो तो ले लो हमारा सौदा 11 लाख में तय हो गया तथा व्याना राशी के रूप में उसे 2 लाख रूपये उमेश ने दे भी दिये उसके बाद ज्ञानसिह बोला कि में कागजात तैयार करा लूं फिर आपके पास आता हूं कुछ दिनों बाद नब बर के अंत में ज्ञान सिह राजा बेटी को लेकर आया और 4 लाख रूपये लेकर दो चार दिन में रजिस्टी करने की कह कर चला गया दिनाक 06 दिस बर को ज्ञान सिह सुबह आया और बोला सेठ जी शेष पैसे लेकर दोपहर को उप पंजीयक कार्यालय आ जाना में जाकर रजिस्टी तैयार कराता हूं दोपहर में दो बजे के करीब में अपने परिचित विनोद के साथ 5 लाख रूपये लेकर करैरा आ गया यहां पर उसके द्वारा उक्त फर्जी महिला के साथ मिलकर रजिस्टी करा दी गई मेंने शेष बचे 5 लाख रूपये ज्ञानसिह व राजाबेटी को दे दिए दिनांक 12 जनवरी 2014 को जब में अपने खेत पर गया तो वहां मौजूद लोगो ने फोटो देखकर बताया कि उक्त महिला राजा बेटी नही है मेरे द्वारा ज्ञानसिह को फोन लगाने पर उसने कई प्रकार के बहाने बाजी की घर पर गया तो वह नही मिला इनके द्वारा घोखा धड़ी कर 11 लाख रूपये हड़प् लिए है करैरा पुलिस ने आवेदन संज्ञान में ले लिया है विवेचना जारी है।

जबाब देने से धबराये उप पंजीयक
जब उप पंजीयक करैरा से उनके मोबाईल पर बात की गई तो पहले तो पूछने पर उनका कहना था कि में उप पंजीयक बोल रहा हूं जैसे ही उक्त मामले में उनसे बात करनी चाही गई तो उनका कहना था कि साहब बाहर गये है कब तक आयेंगे पता नही जिसके चलते स्वयं ही इनके द्वारा किया गया कृत्य उजागर होकर इनकी कार्यशैली पर सवालिया निशान बन गया है।
अजय लोधी
उप पंजीयक करैरा

इनका कहना है
मुझे आवेदन प्राप्त हो चुका है मामला काफी संगीन है विवेचना की जा रही है दोषी कोई भी हो पूरी बारीकी से जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी किसी को बक्शा नही जाएगा।
पी.एस.तौमर
थाना प्रभारी करैरा