मातायें अपने बच्चों को संस्कारबान बनायें: अर्चना सिकरवार

शिवपुरी-स्वामी विवेकानंद सार्धसती समारोह समिति एवं राष्ट्र सेविका समिति शिवपुरी के तत्वाधान में आज सिद्धेश्वर धर्मशाला में मातृशक्ति जागरण शंखनाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में शरद पूर्णिमाँ, वाल्मिक जयंती एवं राम जन्म भूमि संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ग्वालियर से पधारी दुर्गा वाहिनी की प्रातीय पदाधिकारी श्रीमती अर्चना सिकरवार, श्रीमती रिशिका अष्ठाना, एवं ब्रह्माकुमारी आश्रम की शबनम बहन जी मंचासीन थी।

स्वामी विवेकानंद सार्धसती समारोह समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित मातृ शक्ति को संबोधित करते हुए श्रीमती अर्चना सिकरवार ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जयंती हैं। महर्षि वाल्मीकि पर माँ सरस्वती की विशेष कृपा थी उनकी जिव्हा पर सरस्वती विराजमान थीं और मुख से जो भी श्लोक निकला वहीं से संस्कृत की कविता का प्रादुर्भाव शुरू हो गया और उन्होंने महाकाव्य रामायण की रचना कर डाली। 

वहीं श्रीमती सिकरवार ने शरद पूर्णिमा पर कृष्ण रास लीला करते हैं। माँ लक्ष्मी प्रथ्वी पर आती हैं। ऐसी बहुत से मान्यतायें समाज में प्रचलित हैं। साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी यह रात्रि स्वास्थ्य और सकारात्मकता प्रदान करने वाली होती हैं।

श्रीमती सिकरवार ने मातृ शक्ति में ऊर्जा भरते हुए कहा कि हिन्दू समाज के आस्था के केन्द्र भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर आज तक नहीं बन सका हैं। जिसे बनाने के लिए नारी शक्ति दृढ़ संकल्पित होते हुए एक जुट होकर भगवान राम का भव्य मंदिर बनाने में अपना तन, मन, धन समर्पित करना होगा, तभी रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो सकेगा। हमें जागृत होकर मंदिर निर्माण के लिए तत्पर रहना पड़ेगा। 

बच्चों को जन्म देना ही हमारा कर्तव्य नहीं हैं बल्कि मातायें, कौशल्या, सुमित्रा सीता, बनकर बच्चों को संस्कार वान बनायें और धर्म व देश की रक्षा के लिए तैयार करें। जो देश हिन्दू जागृति पैदा कर उन्हें एकत्रित करें। जिससे देश का कल्याण हो सके। इस अवसर पर कार्यक्रम उपस्थित संवर्धन आयाम श्रीमती स्नेहलता सिंघल, ज्योति मजेजी, अर्चना अग्रवाल, रंजीता देश पाण्डेय, सावित्री भटेले, उमा उपाध्याय, मंजूला जैन, सविता जैन, मुन्नी शर्मा, तृप्ता बग्गा, रामवती गोस्वामी के साथ सैकड़ों महिलायें उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन रंजीता देश पाण्डेय ने किया वहीं आभार व्यक्त श्रीमती अर्चना अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम के अंत में शरद पूर्णिमा उत्सव के अवसर पर खीर का प्रसाद वितरण किया गया।