डाकू जण्डेल सिंह रावत गिरोह सहित गिरफ्तार

शिवपुरी। गत दिवस पुलिस अधीक्षक डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार ने अपने अधीनस्थ अमले के साथ जहां अमोला के सिलानगर डकैती का पर्दाफाश किया तो अब पुलिस के हाथ एक और कामयाबी हाथ लगी है जिसमें पुलिस ने टुण्डा भरका क्षेत्र से 25 हजार के ईनामी डकैत को घेराबंदी कर पकड़ा है।

गिर तार तीनों डकैतों पर 10-10 हजार रूपये का ईनाम घोषित है और तीनों सगे भाई हैं। पुलिस ने आसानी से डकैतों को गिरफ्तार नहीं किया, बल्कि दोनों ओर से गोलियां चलीं और जब डकैतों की गोलियां खत्म हो गईं तो उन्होंने पुलिस पार्टी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। गिरफ्तार डकैतों के पास से 315 बोर की एक तथा 12 बोर की एक रायफल भी बरामद की गई है।

पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह सिकरवार से प्राप्त जानकारी के अनुसार कल रात उन्हें मुखबिर के जरिए पक्की सूचना मिली कि टुण्डा भरका के जंगल में एक डकैत गिरोह शिवपुरी जिले में बारदात को अंजाम देने के लिए रूका हुआ है। इस सूचना पर एसपी ने एसआई ब्रजमोहन रावत और आनंद राव के नेतृत्व में दो टीमों का गठन कर उन्हें मौके  पर पहुंचकर डकैतों की घेराबंदी करने का निर्देश दिया।

पुलिस बल को देखते ही डकैतों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। बताया जाता है कि डकैतों की ओर से 30-35 राउण्ड तथा पुलिस पार्टी की ओर से 18 राउण्ड गोलियां चलीं। गोलियां चलना जब बंद हो गईं तो डकैतों ने हथियार डाल दिए। पकड़े गए। डकैतों के नाम हैं जण्डेल सिंह रावत, कप्तान सिंह रावत और कल्याण सिंह रावत। बताया जाता है कि इन पर ग्वालियर जिले के विभिन्न थानों में हत्या सहित अनेक मामले पंजीबद्ध हैं और ग्वालियर पुलिस ने इनकी गिर तारी के लिए पांच हजार रूपये तथा शिवपुरी पुलिस ने भी पांच-पांच हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था।

अपहरण मामले में भी शामिल था डकैत

पनिहार थाना क्षेत्र के पनवार गांव के जण्डेल सिंह रावत गिरोह ने शिवपुरी जिले में विगत दिवस ब्रजमोहन पाल का अपहरण कर उससे फिरौती में 6 लाख रूपये की मांग की थी। बाद में ब्रजमोहन पाल की रिहाई हो गई थी और ऐसी संभावना व्यक्त की गई कि फिरौती की रकम देने के बाद उसकी रिहाई हुई है। पुलिस अधीक्षक सिकरवार ने बताया कि सतनवाड़ा थाना क्षेत्र में सतनवाड़ा नरवर मार्ग पर पटी घाटी के समीप झिरना मंदिर क्षेत्र से ब्रजमोहन पाल पुत्र प्रभुदयाल पाल निवासी नरौआ और उसके चाचा सुरेश पाल का अपहरण इसी गिरोह ने किया था बाद में सुरेश से छह हजार रूपये और मोबाइल छिनाने के बाद उसे रिहा कर दिया गया और ब्रजमोहन की रिहाई के लिए फिरौती की मांग की गई थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जण्डेल सिंह रावत और उसके भाई पनिहार थाना क्षेत्र में एक हत्या कर फरार हुए थे और तब से वह बारदातों को अंजाम दे रहे थे। पिछले कुछ दिनों से यह गिरोह शिवपुरी जिले में सक्रिय था।