अफसरशाही का शिकार हो रहे हैं अध्यापक: अवस्थी

शिवपुरी। अध्यापकों एवं मप्र के सीएम के बीच हुई वार्ता के वाद सीएम द्वारा समान कार्य समान वेतन तथा 15 अगस्त तक आदेश करने की घोषणा तो कर दी गई थी, लेकिन अभी तक आदेश नहीं हुए हैं और फाइल मंत्रालय में ही झूल रही है। जिसके कारण अध्यापकों में आक्रोश व्याप्त है।

मप्र अध्यापक संविदा शिक्षक संघ के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोविन्द अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के अफसर जानबूझकर आदेश जारी करने में विलंब कर रहे हैं तथा उनके द्वारा सरकार को भ्रमित कर न्यूनतम लाभ अध्यापकों को दिये जाने की साजिश की जा रही है। सीएम द्वारा उज्जैन में की गई समान कार्य समान वेतन की घोषणा से अध्यापकों में आशा का संचार हुआ था। लेकिन अफसरशाही हावी होने के कारण उसे भी टुकड़ों के रूप में कर दिया गया तथा घोषणा के बाबजूद भी अभी तक सरकार द्वारा कोई भी आदेश जारी न किया जाना इस बात का संकेत है कि अध्यापकों के मामले को सरकार एवं अफसर गंभीरता से नहीं ले रहे हैं तथा आदेशों की फाइल फुटवाल बनकर एक मंत्रालय से दूसरे मंत्रालय में घूम रही है।

अवस्थी ने बताया कि प्रदेश का अध्यापक इस समय गहरे अवसाद में है तथा उनके सब्र का बांध टूटने वाला है। अगर समय रहते आदेश न हुए तो अध्यापक अपने अधिकार को पाने के लिए जबर्दस्त आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं। अध्यापक संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोविन्द अवस्थी , मनीष बैरागी, लक्ष्मण सिंह यादव, स्नेह रघुवंशी, राजकुमार सड़ैया, लक्ष्मण राठौर, धर्मेन्द्र रघुवंशी, धर्मेन्द्र जैन, जयकुमार जैन, राकेश शर्मा, टेकचंद जैन, चन्द्रवीर सेंगर दिलीप विश्वकर्मा, आनंद शर्मा, आनंद दुबे आदि ने मु यमंत्री से आदेश शीघ्र जारी करने के मामले में हस्तक्षेप कर ने का आग्रह किया है।