रामकिशन सिंघल फाउण्डेशन की संगोष्ठी आयोजित

शिवपुरी-उर्दू एक जबान ही नहीं तहजीब भी है जो व्यक्ति को सभ्य, शालीन और संस्कारित होने की प्रेरणा देती है उक्त उद्गार उर्दू पत्रिका सेमाही इन्तिसाब के डॉ.सैफी फाउण्डेशन द्वारा स्थानीय दुर्गामठ में आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किए।
खलील अहमद के मुख्य आतिथ्य व मोहम्मद साबिर खान सिरोंज की अध्यक्षता तथा अब्दुल रहमान, अब्दुल गनी लटेरी के विशिष्ट आतिथ्य में कार्यक्रम का संचालन डॉ.अजय ढींगरा ने किया। प्रारंभ में संस्था सचिव डॉ.महेन्द्र अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए मुख्य वक्ता डॉ.सैफी सिरोंजी का परिचय दिया। 

इस अवसर पर एक कवि गोष्ठी भी संपन्न हुई जिसमें याकूब साबिर, सुकून शिवपुरी, दिनेश वशिष्ठ, विनय प्रकाश नीरव, प्रकाश चन्द्र सेठ, प्रदीप अवस्थी, आशीष पटैरिया, सत्तार शिवपुरी, जगदीश दर्द डॉ.महेन्द्र अग्रवाल, डॉ.अजय ढींगरा, डॉ.सैफी सिरोंजी, साजिद अहमद साजिद, रामकृष्ण मौर्य, शिवनारायण शिवा, आफताब अहमद आलम आदि ने अपने गीत, नवगीत, गजल व छंदमुक्त कविताओं से श्रोताओं को देर रात बांधे रखा। कार्यक्रम के अंत में संस्था की ओर से युसूफ अहमद कुर्रेशी ने आभार व्यक्त किया।