दहेज के लिए पत्नि की जाघों और गुप्तांग को दागा और घर से निकाल दिया

 शिवपुरी। मामला रोंगटे खड़े कर देने वाला है। एक परिवार ने दहेज के लिए अपनी ही बहू के शरीर के उन उंगों को गर्म सलाख से दाग दिया जिन्हे वो प्रदर्शित भी नहीं कर सकती। बावजूद इसके उसने समझौता करने का प्रयास किया, लेकिन उसे घर से निकाल दिया गया। अंतत: उसने पुलिस की शरण ली परंतु पुलिस ने भी अभी तक एफआईआर नहीं की है।

विवरण अनुसार दहेज की प्रताडऩा की शिकार रीना धाकड़ पति बंटी पुत्र भरत धाकड़, निवासी कार्या कोलारस, उम्र 20 वर्ष, ने अपने ही पति व ससुराल पक्ष पर आरोप लगाते हुऐ बताया कि मुझे अपने ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिऐ प्रताणित किया जा रहा है। हाल ही में रीना के पति ने घटना दिनांक से पूर्व ट्रेक्टर खरीदा है जिसके लिऐ रीना के पति ने रीना को अपने पिता से 2 लाख रूपये लाने की मांग की लेकिन जब रीना के पिता ने यह राशि देने से इंकार कर दिया तो ससुराल में इसी बात को लेकर रीना को प्रताणित किया जाता रहा लेकिन हद तो तब हो गई जब 03 जून 2013 सोमवार को हुऐ वाकये में खुद के ही पति ने गर्म पलटा से रीना के हाथ, पैर व जंघाओं सहित अंधरूनी अंगों के पास गर्म पलटे को लगाकर अपनी ही पत्नि रीना को जला डाला।

वहीं रीना की जंघाओं व अंधरूनी अंगों के पास रीना को जलाने में रीना की सास व ननद ने रीना के हाथ पैर कस कर पकड़ रखे थे व ससुर दरवाजे के बाहर पैरवी देते रहे और पति बंटी ने कई जगह पलटा लगा-लगा कर जला डाला। रीना के चिल्लाने के बावजूद किसी ने उसकी पुकार नहीं सुनी और फिर दो मोटर सायकिलों से पति, ससुर और उनके साथी बनवारी धाकड़ उसे उसके पिता के गांव के पास छोड़कर चले गये।

रीना ने अपनी शिकायत में लिखा है कि जब मैंने यह पूरा घटनाक्रम अपने परिवारजनों के सामने रखा तो घर वालों की आंखों में आंसू आ गये लेकिन फिर भी परिवारजनों ने दिलासा दी की रिश्तेदारीवाली बात है हम बात करेंगे सब ठीक हो जाऐगा लेकिन ससुराल पक्ष द्वारा दी गई प्रताडऩा के बाद भी ससुर ने मुझे लिवाकर ले जाने से मना कर दिया। अपनी मांग को लेकर मेरी जिन्दगी से खिलबाड़ किया जा रहा है। वहीं दहेज के लोभी ससुर, सास, ननंद व पति के खिलाफ तेंदुआ थाने में एफ आई आर दर्ज कराने के लिऐ गऐ लेकिन पुलिस ने मामले की जांच की बात कह कर आवेदन ले लिया है व जंाच करने की बात कर रही है।

ये लगाए पिता ने आरोप


मैंने अपनी बच्ची की शादी में आदर सत्कार साज सज्जा पूरी व्यवस्थाओं पर से लेकर घर का पूरा सामान दिया था ताकि मेरी बेटी को किसी तरह की कमी महसूस न हो व इतनी बात होने के बावजूद मेरे यहां गमी हो गई थी जिसमें भी कोई नहीं आया और जब मैंने मेरी बेटी रीना के ससुर को अपने रिस्तेदार के द्वारा बुलाकर सुलाह करने की बात कही तो उन्होंने बेटी को लिवाकर ले जाने से भी मना कर दिया। आखिर कब तक सहन करूं लेकिन अब में उनके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ूंगा और जिन दहेज के लोभी लोगों ने मरी बेटी को जलाया है यह बात भूल जाने योग्य नहीं हैं अगर सुनवाई नहीं होती है तो कोर्ट में जाकर दहेज लोभियों के खिलाफ कार्यवाही करूंगा। जिन्होने मेरी बेटी की जिन्दगी बेकार की है उन दहेज के लाभियों को कानून के हाथों सजा मिले ताकि दहेज का लोभ करने वालों को सबक मिल सके।