शिवपुरी-शिवपुरी के लिए बेहद आवश्यक जलावर्धन योजना का कार्य मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इशारे पर माधव नेशनल पार्क के प्रबंधन ने इसलिए बंद कराया ताकि अगस्त माह तक केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के करकमलों से इसका लोकार्पण नहीं हो पाए।
भाजपा यह भी चाहती है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इसका श्रेय न बटोर ले इसलिए जनहित को दरकिनार कर जलावर्धन योजना का कार्य बंद कराया गया है। उक्त आरोप शिवपुरी के पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने लगाते हुए अल्टीमेटम दिया है कि यदि शीघ्र ही जलावर्धन योजना का कार्य शुरू नहीं हुआ तो वह बड़ा जन आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। विदित हो कि नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा जलावर्धन योजना का कार्य बंद कर देने से इसका लोकार्पण विधानसभा चुनाव से पूर्व होना मुश्किल नजर आ रहा है।
पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने कहा कि सिंध परियोजना मंजूर कराने का श्रेय क्षेत्रीय सांसद और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को है। जिन्होंने शिवपुरी विधानसभा उपचुनाव में आमसभा में घोषणा की थी कि यदि वीरेन्द्र रघुवंशी विजयी हुए तो वह शिवपुरी की पेयजल समस्या के स्थाई रूप से निदान हेतु सिंध पेयजल परियोजना हरसंभव कोशिश कर मंजूर कराएंगे।
श्री रघुवंशी के अनुसार विधानसभा उपचुनाव में मेरी जीत के बाद श्री सिंधिया ने अपना वायदा पूरा किया और लगभग 63 करोड़ रूपये लागत की सिंध पेयजल परियोजना को मंजूर कराया। इसके लिए केन्द्र सरकार ने फण्ड की व्यवस्था भी तुरत-फुरत कर दी, लेकिन कांग्रेस और श्री सिंधिया को श्रेय न मिले इस हेतु प्रदेश की भाजपा सरकार ने योजना के क्रियान्वयन में दिलचस्पी नहीं दिखाई। लक्ष्य के अनुसार मड़ीखेड़ा जलावर्धन योजना का काम सितम्बर 2011 में पूरा होना था, लेकिन कार्य की धीमी गति और कभी-कभी रोक देने के कारण नियत समय में कार्य पूर्ण नहीं हो सका।
वन विभाग की अनुमति समय पर न लिए जाने के कारण नेशनल पार्क के भीतर 9 किमी में खुदाई और पाइप लाइन डालने का कार्य काफी विलम्ब से प्रारंभ हुआ। जब परमीशन आई तो योजना का काम शुरू हो सका, परंतु पार्क प्रबंधन ने तीन दिन पहले काम बंद करवाकर प्रोजेक्ट में जुटे कर्मचारियों को पार्क की सीमा से बाहर कर दिया। श्री रघुवंशी कहते हैं कि पार्क प्रबंधन ने पर्यावरण मंत्रालय से मिली स्वीकृति में शर्तों का उल्लंघन की बात कहते हुए काम बंद करवा दिया। पार्क डायरेक्टर शरद गौड़ के अनुसार योजना का कार्य रात में भी किया गया और हरे-भरे पेड़ों को काटा गया।
श्री रघुवंशी का आरोप है कि काम रोकने के लिए सिर्फ शर्तों के उल्लंघन की आड़ ली गई है और मुख्यमंत्री के इशारे पर पार्क प्रबंधन ने कार्य को रूकवाया है, क्योंकि श्री सिंधिया ने 21 मई को जिला सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति की बैठक में कहा था कि अगस्त माह में मैं श्री कमलनाथ को साथ लेकर आऊंगा तथा उनके करकमलों से जलावर्धन योजना का लोकार्पण करूंगा। क्योंकि यह महत्वाकांक्षी योजना श्री कमलनाथ ने ही मंजूर की थी। श्री रघुवंशी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को याद करना चाहिए कि सन् 2007 में पेयजल संकट से परेशान नागरिकों ने उन सहित उस पूरी भाजपा सरकार को आइना दिखा दिया था। जो शिवपुरी में डेरा डाले हुए थे। इस बार भी यदि इस योजना को लटकाया गया तो शिवपुरी सहित पूरे प्रदेश में जनाक्रोश भाजपा सरकार को बहा ले जाएगा।
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