शनि जयंती पर लगा शनि भक्तों का मेला, उत्साह से मनी शनिचरी अमावस्या

शिवपुरी- 178 वर्षों के बाद सुखद संयोग लेकर आई शनिचरी अमावस्या का दिन इसलिए और महत्वपूर्ण हो गया कि आज ही के दिन महिलाओं ने भी वटवृक्ष की पूजा कर अमावस्या का व्रत किया और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान शनि मंदिरों पर आज सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ था।

शहर के नवग्रह मंदिर, झिरियन सरकार स्थित नवग्रह मंदिर व छत्री रोड स्थित शनि मंदिरों पर शनि भक्तो का सुबह से तांता लगना शुरू हो गया था और शनिदेव की आराधना कर शनि प्रकोप से बचने की प्रार्थनाऐं की गई। इसी प्रकार से अमावस्या  और ऊपर से शनिवार और उसमें भी शनि जयंती इस सुखद संयोग के दिन घर परिवार में सुख-समृद्धि व पति की दीर्घायु के लिए महिलाओं ने वट सावित्री की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद मांगा। 

नगर में कई जगह महिलाओं ने वट वृद्धा की पूजा एकत्रित होकर की और इसमें प्रयुक्त होने वाली पूजन सामग्री लेकर परिक्रमा करते हुए गीत गाए। शनि मंदिरों पर शनि को तेल चढ़ाकर, काले कपड़ा का दान करके, तिल-जौ और काली कील चरणों में भेंट कर शनि प्रकोप से बचने के लिए शनि भक्तों ने आराधना की। गुरावल फाटक पर शनि जयंती के शुभ अवसर पर शहर के वरिष्ठ समाजसेवी सुरेश सिंह सिकरवार द्वारा भण्डारे का आयोजन किया गया। 

इसी क्रम में छत्री रोड स्थित शनि मंदिर पर मंदिर के पुजारी राजू जोशी ने सुबह से आने वाले भक्तों को शनि जयंती का महत्व बताया और शनि आराधना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। इसी दौरान मंदिर आने वाले भक्तों के लिए मंदिर स्थल पर ही शनिचरी अमावस्या के लिए पूजा-अर्चना की सामग्री की भी व्यवस्था की गई। हजारों की संख्या में आज छत्री रोड स्थित शनि मंदिर पर भक्तों का जमाबड़ा लगा और देर रात्रि को रात्रि जागरण का आयोजन भी मंदिर स्थल पर किया गया। इसी प्रकार का नजारा नवग्रह मंदिर व झिरियन सरकार स्थित नवग्रह मंदिर पर भी रहा यहां भी शनि भक्तों ने सुबह से देर रात तक शनि पूजा कर आराधना की।