सुशासन में लापरवाही की भेंट चढ़े पटवारी, सचिव हुआ निलंबित, संभागायुक्त की कार्यवाही

शिवपुरी। संभागायुक्त के.के.खरे ने प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ हर हितग्राही तक पहुंचाने के लिए सुशासन शिविरों का संचालन किया है। सुशासन शिविरों में किसी भी प्रकार की ढिलाई अथवा लापरवाहों के विरूद्ध संभागायुक्त श्री खरे की टेढ़ी नजर है।

क्योंकि विधानसभा चुनावों से पहले या यूं कहें कि आगामी जुलाई माह तक सुशासन शिविरों के माध्यम से योजनाओं का प्रचार-प्रसार और हितग्राही का लाभ देना ही उनका उद्देश्य है और इसमें वह सफल भी हो रहे है हालांकि इसमें कलेक्टरों को भी खासी मेहनत करनी पड़ रही है और एक-एक दिन में दर्जनों सुशासन शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को हल किया जा रहा है। इसी प्रकार का सुशासन शिविर गत दिवस शिवपुरी व पोहरी विकासखण्ड की ग्राम पंचायत ठर्रा, सिरसौद,परिच्छाअहीर,भगौराअहीर,कृष्णगंज व पोहरी में भ्रमण कर शिविर का जायजा लिया। यहां संभागायुक्त ने ग्राम पंचायत ठर्रा में योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वाले सरपंच को पद से पृथक करने, पटवारी व ग्राम पंचायत सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।

कई शिकायतें भी मिली, कहा शीघ्र निपटेंगी समस्याऐं

सुशासन शिविरों के तृतीय चरण में आज संभागायुक्त के.के.खरे ने सर्वप्रथम ग्राम पंचायत ठर्रा का भ्रमण किया। ग्राम पंचायत भवन पर आयोजित सुशासन शिविर के दौरान वे ग्रामीणों से रूबरू हुए। उन्होंने ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से बच्चों को दिए जाने वाले पोषण आहार व विद्यालयों में वितरित किए जाने वाले मध्यान्ह भोजन के बारे में ग्रामीणों से सीधे बातचीत की। ग्रामीणों द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से उपलब्ध कराऐ जाने वाले राशन में अनियमितता तथा मध्यान्ह भोजन के वितरण में भी स्वसहायता समूह द्वारा निर्धारित मात्रा से कम खाना मिलने की शिकायत ग्रामीणों व बच्चों के द्वारा की गई जिसपर आयुक्त द्वारा स्वसहायता समूह को कारण बाताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रीमती राम बाई पत्नि जगदीश के आठ साल से लंबित पड़े नामांतरण के प्रकरण पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए पटवारी श्री भगवान सिंह कुशवाह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार श्री गोविन्द्र की मृत्यु के बात उसके तीन लड़कों के नाम फोती नामांतरण का प्रकरण पिछले चार वर्षों से लंबित होने की शिकायत पर ग्राम पंचायत सचिव श्री प्रेम शंकर दुबे को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।

ग्राम ठर्रा की सरपंच पर भी गिरी गाज

संभागायुक्त ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में सरपंच व सचिव की मेहती भूमिका है। उन्होंने ग्राम ठर्रा की सरपंच श्रीमती फूलवती धाकड़ को उनके कर्तव्यों का निर्वाहन प्रभावी ढंग से ना करने के कारण उनके विरूद्ध धारा 40 की कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। श्री खरे ने कहा कि शासन के नियमों को क्रियान्वयन में व्यवहारिक दृष्टिकोण अपनाया जाऐं। उन्होंने कहा कि मरनेगा के अंतर्गत गांव के ऐसे सभी कृषक जिनके पास ढाई एकड़ तक सिंचित जमीन तथा पांच एकड़ तक असिंचित जमीन हो तो उनके खेतों पर मनरेगा के तहत मेड़बंधान के काम कराऐ जावे। इस कार्य में सचिव व्यक्तिगत रूप से रूचि ले तथा गांव के सभी ऐसे किसानों के प्रस्ताव तैयार करावें।

जन्मांध मेद्यसिंह को दिलाए श्रवण यंत्र

इसके बाद संभागायुक्त ने ग्राम पंचायत सिरसौद के सुशासन शिविर का अवलोकन किया तथा सरपंच रामदयाल धानुक, सचिव हरीश बैरागी सहित अन्य ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों द्वारा राशन वितरण में अनियमितता की शिकायत पर जांच के निर्देश दिए तथा सिरसौद के ही मेद्यसिंह पुत्र श्री लाखन जो जन्मांध है, उनका नाम गरीबी रेखा की सूचि में जुडऩे तथा अजीत कुमार पुत्र दौलतिया जाटव को श्रवण यंत्र दिए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ग्राम पंचायत की हरिजन मोहल्ले में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी ग्राम पंचायत सरपंच को दिए। ग्राम सिरसौद में आंगनवाड़ी केन्द्रों की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त किया तथा संबंधित सुपरवाइजर को आंगनवाड़ी केन्द्रों के नियमित निरीक्षण के निर्देश भी दिए।