अब शासकीय भूमि को नहीं बख्श रहे भू-माफिया

शिवपुरी/करैरा-जमीनों की आसमान छूती कीमतों के कारण भूमाफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब उनकी नजरें शासकीय जमीनों पर भी पडऩे लगी है। अपनी ऊंची पहुंच के चलते उन्हें प्रशासन का भी कोई खौफ नहीं है। शासकीय भूमियों पर बढ़ते कब्जे के कारण शासकीय अस्पताल के नए भवन, मॉडल स्कूल और स्पोर्टस कॉम्पलेक्स के लिए जमीनें नहीं मिल रही हैं।  

हाल ही में महिला बाल विकास कार्यालय परिसर पर भी भूमाफिया की नजर पड़ी है और वहां पड़ी खाली जमीन पर सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि सड़क बनने से पास ही स्थित जमीन फोरलेन हाईवे से जुड़ जाएगी। जिससे जमीनों के दाम करोड़ों में पहुंच जाएंगे। मजे की बात तो यह है कि तहसीलदार के स्टे के बावजूद भी भूमाफिया अपनी करतूत को अंजाम देने में लगा है। 

विदित हो कि करैरा मुख्यालय पर शासकीय भूमि की लूट के चलते एक-एक इंच जमीन अतिक्रमण की चपेट में आ गई है।  अतिक्रमणकारी तत्वों को मिल रही छूट के परिणाम स्वरूप उनमें शासकीय भूमि कब्जाने की जैसी होड़ लग रही है। यहीकारण है कि  करैरा तहसील मुख्यालय पर शासकीय प्रयेाजन हेतु बनने वाले शासकीय भवनों के लिए जमीनें ढूढें नही मिल रही हंै और कई शासकीय भवनों के निर्माण का मामला खटाई में पडा हुआ है। 

इतना ही नही शासकीय जमीनें जहॉ भू माफि याओं के द्वारा राजस्व अमले की कथित सांठ गांठ चलतें निजी स्वामित्व की जमीनों  की आड़ में विक्रय कर खुर्द बुर्द की जा रही है। वहीं शासकीय कार्यालयों के आसपास परिसर के रूप मेंं खाली पडी शासकीय भूमि भी माफियाओं के निशाने पर होकर अव सुरक्षित नही है। हाल ही में महिला बाल विकास परियोजना कार्यालय परिसर की भूमि को निजी आम रास्ते के रूप में इस्तेमाल कर उक्त भूमि से सड़क बनाने की तहसीलदार न्यायालय द्वारा दिये गये स्थगन आदेश को दरकिनार कर की जा रही जवरियां कोशिश से तो यही लगता है। 

जहां विभागीय परियोजना अधिकारी द्वारा सड़क निर्माण को रोके जाने के बाद भी उक्त लोग स्थानीय प्रशासन  की परबाह किए बिना बल पूर्वक कार्यालय परिसर का आम रास्तेे के रूप में बेजा इस्तेमाल करने पर उतारू बने हुए है। महिला बाल विकास परियोजना कार्यालय से सटी हुई पाल की भूमि है। इस लगभग 30 बीघा भूमि में बिना शासकीय औपचारिकता पूर्ण किए कॉलोनी बनाने का काम किया जा रहा है। महिला बाल विकास परिसर की जमीन हथियाने से उक्त 30 बीघा भूमि सीधे फोरलेन से जुड़ जाएगी। जिससे इसकी बाजारू कीमत काफी बढऩे की उम्मीद है। इसी कारण इस भूमि में सड़क बनाने का कार्य अचानक भूमाफिया द्वारा शुरू कर दिया गया। प्रतिक्रियास्वरूप महिला बाल विकास कार्यालय के कर्ताधर्ता फिलहाल तो सामने आए हैं, लेकिन देखना यह है कि उनकी हिम्मत कब तक चलती है।