शिवपुरी-घर में चोरी हो गई और मकान मालिक का पता ही नहीं वह एक माह स्वयं के प्रयास से चोरी का पर्दाफाश करने में जुट गया लेकिन जब नहीं पता चला तो घटना के डेढ़ माह बीत जाने के पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी। यह मामला था गत दिवस मायापुर थाना में चोरी का ठीक इसी प्रकार की एक घटना और पुलिस के सामने आई है।
यहां मायापुर थाना क्षेत्र में ही बीते ढाई माह लगभग 37 बकरियां घनघोर जंगल से चार बदमाशों ने कुल्हाड़ी व लाठी दिखाकर एक चरवाहे से चुरा ली थी लेकिन उस समय चरवाहे ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई और स्वयं ही चोरी का पता लगाने में जुट गया लेकिन जब थक-हारकार उसे चुराई गई 37 बकरियां नहीं मिली तो घटना के ढाई माह बाद पुलिस की शरण लेकर अपनी चुराई गई बकरियां वापस मांगने की गुहार लगाने लगा। पुलिस ने मामला संज्ञान में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है।
जी हां! मायापुर थाना क्षेत्र के ग्राम दुर्गापुर के जंगल से ढाई माह पूर्व 4 हथियारबंद बदमाशों द्वारा लूटी गईं 37 बकरियों की रिपोर्ट अब जाकर फरियादी नारायण पुत्र पन्नीलाल ने दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 382 का मामला कायम किया है। फरियादी ने पूछताछ में बताया कि उसने रिपोर्ट इसलिए बिलम्ब से दर्ज कराई, क्योंकि वह इन दिनों बकरियों को ढूंढऩे में लगा था। पुलिस इस असंतोषजनक जवाब के कारण लूट की बारदात पर शक कर रही है।
बताया गया है कि बीते 28 नवम्बर को दोपहर 12 बजे आमखोड़ी के जंगल में नारायण पुत्र पन्नीपाल अपनी 37 बकरियों को लेकर चराने के लिए गया हुआ था तभी जंगल में उसे चार बदमाश मिल गए। जिनके पास कुल्हाड़ी और लाठियां थीं। उन चारों बदमाशों ने नारायण को घेर लिया और उसे कुल्हाड़ी दिखाकर डरा दिया और उसकी 37 बकरियां हांककर ले गए और नारायण को धमकी दे गए कि अगर उसने इसकी सूचना पुलिस को दी तो वह उसके सारे परिवार को खत्म कर डालेंगे। बदमाशों की इस धमकी से नारायण इतना डर गया कि उसने बकरियां छीनने की सूचना किसी को नहीं दी। बाद में परिवार के दवाब में आकर उसने गत दिवस पुलिस को अपने साथ घटित हुई घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामला संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी है।
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