जिंदा तो जिंदा यहां लाश को भी न्याय नहीं...

शिवपुरी-यह तो समझ आता है कि जिंदा आदमी न्याय के लिए भटक रहा है लेकिन पिछोर में तो लाश को भी न्याय नहीं मिल रहा, यही वजह है कि लाश को स्वयं न्याय मांगने के लिए पिछोर से शिवपुरी तक आना पड़ा तब कहीं जाकर काफी हंगामा और बबाल मचाने के बाद न्यास की आस लगी।

यह हालात उत्पन्न हुए पिछोर पुलिस की कार्यप्रणाली से जहां बीते 10 जनवरी के हुई मारपीट में घायल वृद्ध की रिपोर्ट पर ना तो पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध प्राथमिक दर्ज की और ना ही मामले की विवेचना की। लेकिन जब वृद्ध की इस मारपीट में घायल अवस्था के दौरान मौत हो गई तो परिजन में आग भड़की और वे लाश के लिए न्याय मांगने पिछोर नहीं बल्कि शिवपुरी जा पहुंचे। जहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर लाश रखकर मृतक के परिजनों ने हंगामा किया और एसपी के आश्वासन के बाद ही पीडि़त लाश लेकर पिछोर रवाना हुए। 

यहां बता दें कि जिले के पिछोर क्षेत्र में इन दिनों हालात बिगड़ते जा रहे है आए दिन कहीं हत्या, कहीं लूट तो कहीं अपहरण और आए दिन बलात्कार जैसी घटनाऐं सामने आ रही है। इन सब से निबटने में पिछोर पुलिस शून्य की भांति कार्यवाही कर रही है क्योंकि जितने भी केस हुए है उनमें अधिकांशत: पुलिस ने महज आश्वासनों तक की ही कार्यवाही की है लेकिन अब पिछोर की आग शिवपुरी में लगती नजर आई। जहां पिछोर के ग्राम करारखेड़ा में मारपीट के दौरान हुई मौत को लेकर काफी हो-हंगामा हुआ और पिछोर पुलिस ने इस मामले में एफआईआर तक दर्ज नहीं की। 

जिससे पीडि़त परिजन लाश को लेकर शिवपुरी पुलिस अधीक्षक कार्यालय आए और बबाल मचाने लगे। जिस पर मौके पर पहुंचे एसडीओपी के तीखे व्यवहार ने भी यहां आग में घी डालने का काम किया। जैसे-तैसे मामले की भनक कोतवाली टीआई दिलीप यादव ने एसपी आर पी सिंह को दी तो उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष कार्यवाही का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर पीडि़त माने और शव लेकर पिछोर रवाना हो गए। 


जानकारी के अनुसार पिछोर थाना क्षेत्र के ग्राम करारखेड़ा में 10 जनवरी को शाम सात बजे वहीं के निवासी राजाराम शर्मा एवं धर्मवीर शर्मा की कप्तान उर्फ बल्लू पुत्र भानू प्रताप सिंह चौहान, मुन्नाराजा, धर्मेन्द्र, महेन्द्र पुत्रगण भगवान लाल चौहान, पर्वत सिंह लोधी, बल्लू लोधी ने एक राय होकर मारपीट कर दी, मारपीट गंभीर रूप से घायल हुए राजाराम शर्मा को ग्वालियर रैफर कर दिया गया था। जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक राजाराम के पुत्र श्रीकृष्ण शर्मा ने पिछोर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने बताये गए आरोपियों के खिलाफ एफआईआर नहीं काटी। 

जिस पर परिजन भड़क गए और लाश को लेकर शिवपुरी चले आए जहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर लाश रखकर न्याय की गुहार लगाने लगे। यहां भीड़ का नेतृत्व भाजपा नेता धैयवर्धन शर्मा ने किया और इस दौरान मौके पर पहुंचे एसडीओपी संजय अग्रवाल ने भी अपने तीखे तेवर दिखाए तो भीड़ आक्रोशित हो गई और काफी हो-हल्ला होने लगा। जब एसडीओपी चले गए तो मौके पर टीआई दिलीप यादव आए जिन्होंने ना केवल भाजपा नेता धैर्यवर्धन बल्कि पीडि़तजनों को आश्वासन दिया कि उनके साथ न्याय होगा जहां शीघ्र ही वह भी घटनास्थल का दौरा करेंगें और जो भी आरोपी होगा उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। इस आश्वासन के बाद पीडि़त परिजन लाश को पिछोर ले गए।