सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ ठग

शिवपुरी- बीते साल 2012 के अंतिम दिन 31 दिसम्बर को शहर के सर्राफा व्यवसायी तेजमल-रीतेश कुमार सांखला के नौकर से सोने की दो चैनों की ठगी करने वाले ठग का फोटो अस्पताल के सीसीटीव्ही कैमरे में कैद हो गया। ठगी का शिकार हुए नौकर ने फोटो को पहचान लिया है पुलिस अब ठग की शिनाख्त करने में जुटी हुई है। उक्त आरोपी ने बड़ी सूझबूझ के साथ ठगी की बारदात को अंजाम दिया। 

जानकारी के अनुसार रीतेश सांखला के मोबाईल पर फोन करने के पूर्व ठग ने उनका मोबाईल नंबर जैन इलेक्ट्रीकल्स के संचालक अरूण सांखला के प्रतिष्ठान पर फोन लगाकर प्राप्त किया। अस्पताल के पास स्थित एसटीडी से उक्त ठग ने अरूण सांखला को फोन कर नवाब सर्राफ की दुकान अथवा संचालक का मोबाईल नंबर मांगा। अरूण के अनुसार फोन करने वाले ने उनसे कहा कि डॉ. आर.एस. गुप्ता नवाब सांखला का नंबर मांग रहे हैं। इस पर अरूण ने अपने नौकर को नवाब सांखला की दुकान पर भेजा और वहां से रीतेश सांखला का नंबर प्राप्त कर ठग को दिया। 

ठग ने इसके बाद रीतेश सांखला को फोन कर ठग ने अपने आप को डॉ. आर.एस. गुप्ता बताया और उनसे कहा कि दो चैने 10-12 ग्राम बजन की किसी के हाथ मुझे दिखाने को भेज दो और मैं उनमें से एक चैन लेकर उसका भुगतान कर दूंगा। बताया जाता है कि ठग ने 2-3 बार रीतेश को मोबाईल किया। अंतत: रीतेश ने अपने नौकर के हाथ दो चैने अस्पताल में भेज दी। जहां नौकर को चकमा देकर ठग दोनों चैने ले उड़ा। लेकिन उसका फोटो अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। 

इस मामले में खास बात यह है कि डॉ. आर.एस. गुप्ता से रीतेश सांखला के घनिष्ठ संबंध हैं। यह बात ठग जानता था और उसने डॉक्टर गुप्ता की आवाज की हुबहू नकल की। जिससे रीतेश को यही प्रतीत हुआ कि डॉ. गुप्ता बोल रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि ठग कोई नजदीकी व्यक्ति होना चाहिए। 

दो बार हो चुकी है ठगीकी वारदात


नवाब सर्राफ  को ठगी का शिकार बनाने की यह एक साल में दूसरी घटना है। इसके पहले भी कोई ठग ने फोन कर अपने आप को मेसर्स बल्लभचंद पेट्रोल पंप का संचालक पदमचंद जैन बताया था और व्यवसाई तेजमल सांखला से सोने की चैने भेजकर दिखाने को कहा था। इस पर श्री सांखला ने लगभग 100 ग्राम सोने की चैने नौकर के द्वारा उन्हें दिखाने के लिए भेजी थी। लेकिन ठग ने पेट्रोल पंप पर पहुंचने के पूर्व ही नौकर को दिगभ्रमित कर उससे चैनें हड़प ली थीं। ऐसे में सवाल यह है कि क्या दोनों बारदातें एक ही व्यक्ति ने की। सीसीटीवी कैमरे में फोटो आने से ठग के पहचाने जाने की संभावना बढ़ी है।