राष्ट्र को संगठित करने का कार्य किया था तात्याटोपे ने : गोपाल शर्मा

शिवपुरी/- सन् 1857 के अमर सैनानी तात्याटोपे ने समूचे राष्ट्र को संगठित करने का कार्य किया था। 1857 के युद्ध के पूर्व गुप्त रूप से सैनिक छावनियों में रोटी और कमल के माध्यम से सैनिकों को युद्ध के लिए तैयार करना, विभिन्न तीर्थ यात्राओं के माध्यम से देशी राजे रजवाड़ों को अग्रेजों के विरूद्ध संगठित करके तैयार करना और ग्वालियर की पराजय के उपरांत अंग्रेजों की विशाल सेनाओं से गुरिल्ला पद्धति से युद्ध करते हुए राष्ट्र को पुन: संगठित करने का प्रयास तात्याटोपे ने किया था।

वे एक अदम्य योद्धा और कुशल संगठक थे। उपरोक्त विचार जयपुर के वरिष्ठ पत्रकार और इतिहासकार गोपाल शर्मा ने तात्याटोपे की 199 वीं जयंति पर तात्याटोपे की समाधि स्थल पर अपने विचार प्रकट करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि 1857 की लड़ाई एक वीरांगना के नेतृत्व में लड़ी गई थी। आज भी हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम नारी समुदाय को समुचित आदर और सम्मान दें। 

आयोजन में विधायक शिवपुरी माखनलाल राठौर, विधायक पोहरी प्रहलाद भारती, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति रिशिका अष्ठाना, अनुराग अष्ठाना, पर्यावरण विशेषज्ञ विष्णु लाम्बा-जयपुर, कलेक्टर आर.के.जैन, डीएसपी अमित सिंह, तात्याटोपे के वंशज सुभाषटोपे कर्नल जी.एस.ढिल्लन के सुपुत्र सर्वजीत सिंह ढिल्लन, शीतल प्रकाश मिश्रा, रूप किशोर वशिष्ठ, भारत स्वाभिमान की श्रीमति विजया रावत,एस.के.पाठक, शिक्षा विद मधुसूदन चौबे, जेलर व्ही.एस.मोर्य साहित्यकार अरूण अपेक्षित और इंजीनियर अवधेश कुमार सक्सैना, के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, आई.टी.व्ही.पी. के अधिकारी दिनेश चौहान और खिलाड़ी उपस्थित थे। प्रारंभ में तात्याटोपे की समाधि पर मशाल प्रज्जवलित की गई। राष्ट्रीयध्वज को राष्ट्रीयगान के साथ फहराया गया। तात्याटोपे की समाधी पर सभी अतिथियों ने पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद बांठिया के नीम के वृक्ष पर जलअर्पण किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि तात्याटोपे जैसे महान राष्ट्रभक्त के जन्मदिवस पर हमें आत्मचिंतन करने हुए यह सोचना चाहिए कि हम राष्ट्र के विकास में और अपनी संस्कृति को बचाये रखने के लिए क्या योगदान दे सकते है। उन्होंने कहा कि केवल भौतिक विकास ही पर्याप्त नहीं है। राष्ट्र के विकास के लिए हमें अपने जीवन मूल्यों की रक्षा करते हुए सांस्कृतिक विकास के बारे में भी सोचना होगा तथा जिन आर्दशों के लिए महापुरूषों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है। हमें भी अपने जीवन में उन आदर्शों को उतारना होगा। 

इस अवसर पर विधायक माखनलाल राठौर ने भी महापुरूषों के बलिदान को व्यर्थ ना जाने देने की बात करते हुए कहा कि हमें वीर योद्धाओं की गाथाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए तथा उन्होंने जिन सपनों के साथ देश को आजादी दिलाई है उन्हें पूरा करने के लिए अपना योगदान देना चाहिए। विधायक प्रहलाद भारती ने कहा कि तात्याटोपे ने साधनहीनता की स्थिति में भी अपना युद्ध जारी रखा और क्रांति की ज्वाला को अपने बलिदान होने तक प्रज्जवलित रखा। उन्होंने युवाओं का आवाहन करते हुए कहा कि साधनहीनता हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कभी बाधक नहीं होनी चाहिए। आयोजन में श्रीमति रिशिका अनुराग अष्ठाना, विष्णु लाम्बा, सर्वजीत सिंह ढिल्लन, सुभाषटोपे, डीएसपी अमित सिंह  ने भी इस अवसर पर अमर शहीद तात्याटोपे के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी और कहा कि तात्याटोपे के द्वारा राष्ट्र को संगठित कर अखिल भारतीय स्वरूप प्रदान करने और हिन्दु-मुस्लिम एकता को बनाये रखने के लिए जो प्रयास किए गए थे। उनकी आज महती आवश्यकता है। इसके साथ ही हमें नारी जाति के प्रति समूचित सम्मान प्रकट करते हुए उसकी अस्मिता की रक्षा के लिए भी अपना संपूर्ण योगदान करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में नितिन शर्मा ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन आदित्य शिवपुरी ने किया। आयोजन के अंत में इतिहासकार और पत्रकार गोपाल शर्मा पर्यावरण विद विष्णु लाम्बा और तात्याटोपे के वंशज सुभाषटोपे का शॉल श्रीफल और पुष्पहार से अभिनंदन किया गया। 
Tags

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!