रुकीं धड़कनें, साख का सवाल: कल आएंगे नरवर के नतीजे

शिवपुरी-आखिर जो अंदेशा था वही हुआ कयोंकि आने वाले समय में खुलने वाले मतों की गिनती से दो बड़े दलों की सांख जनता के सामने आएगी। यहां पहले से ही यह नगर पालिका का चुनाव विधानसभा की तर्ज पर होता नजर आया। भाजपा और कांग्रेस के दोनों ही नेताओं ने नरवर में डेरा जमाकर अपनी पार्टी को विजय मिले इसके लिए भरसक प्रयास किए।

ऐसे में कांग्रेस के नाम से झण्डा लगाए स्कॉर्पियो गाड़ी जब पकड़ी गई तो कांग्रेस के पूर्व विधायक ने इस स्वास्थ्य मंत्री के नाम बताकर हल्ला मचाया वहीं जब इनके पास से अवैध हथियार और नगदी बरामद हुई तो ना केवल पूर्व विधायक मौन रह गए बल्कि अन्य कांग्रेसी भी सकते में आ गए। वहीं दूसरी ओर भाजपाईयों ने शिवराज के चेहरे पर जनता के बीच पहुंचकर भाजपा को विजयी बनाने की अपील की। आने वाला कल देानों ही दलों के लिए बड़ा महत्व वाला है वहीं कुशवाह समाज के द्वारा फैलाई गई एक जुटता के साथ होने वाले मतदान को लेकर भी यहां बसपाई चेहरा भी सबके समुख है ऐसे में अब १८ तारीख को होने वाली मतगणना किसके भाग्य को चमकाएगी यह गौर करने वाली बात होगी।

बीते महीने भर से नगर पंचायत नरवर में चुनावी रणभेरी को लेकर भाजपा, कांग्रेस और बसपा अपनी-अपनी दावेदारी जताकर विजयी होने की दंभ भर रहे है लेकिन मतदान के समय हुई ७३ प्रतिशत वोटिंग ने सभी दलों को सकते में डाल दिया है। गत दिवस हुई वोटिंग के समय जहां पुलिस ने कांग्रेसियों के झण्डे वाली स्कॉर्पियो गाड़ी पकड़ी तो वहीं कांग्रेसियों ने भी इस चुनाव में सत्ता के दुरूपयोग होने का आरोप पूर्व में ही मढ़ दिया। समाज विशेष के रूप में भूमिका निभाने वाले कुशवाह समाज भी पूर्णत: आश्वस्त है कि इस बार नगर पालिका नरवर में कुशवाह समाज ही नेतृत्व करेगा और हो सकता भी है यहां कुशवाह समाज की एकजुटता वाली मतदान करने की चर्चा यह साबित करने का दंभ भरती है दूसरी ओर भाजपाईयों ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा से जुड़ा बताया है। 

जिनेन्द्र जैन बल्लो को भाजपा से टिकिट मिलते ही भाजपाईयों ने नरवर में डेरा डालकर मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए खूब प्रयास किए है इसके लिए यहां पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर सहित स्वास्थ्य चिकित्सा राज्यमंत्री महेन्द्र हार्डिया सहित अन्य वरिष्ठ भाजर्पायों ने जिनेन्द्र के लिए प्रचार किया। इस तरह देखा जाए तो पूरे ही नरवर क्षेत्र में ही यह नगर पंचायत नरवर का चुनाव सांख का सवाल बनकर उभरा है। अब आने वाला किसके भाग्य का फैसला करेगा यह तो १८ जनवरी को होने वाली मतगणना में ही सामने आएगा। 


शांतिपूर्ण मतदान पर प्रशासन ने ली राहत की सांस


देखा जाए तो नगर पंचायत नरवर में होने वाले मतदान को लेकर तरह-तरह की चर्चाऐं व्याप्त थी लेकिन समय रहते प्रशासन ने अपने तरीके से पूरी टीम को सजगता के साथ जगह-जगह तैनात किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने जहां मतदान केन्द्रों पर खड़े असामाजिक तत्वों को खदेड़ा वहीं एसपी आर पी सिंह भी कलेकटर आर के जैन के साथ नरवर के विभिन्न वार्डों में होने वाले मतदान पर निगरानी जमाए रखे। यह चुनाव पुलिस व प्रशासन के लिए भी चुनौती से कम ना था कयोंकि यहां कांग्रेसियों ने खुले रूप से प्रशासन व पुलिस पर भी भाजपाईयों के साथ सतता का दुरूपयोग करने के आरोप लगाए थे। इस बीच शांतिपूर्ण मतदान ने यहां पुलिस व प्रशासन को राहत प्रदान करने में भूमिका निभाई है।