फर्जी डाक्यूमेंट्स से नौकरी, 19 अभ्यर्थी, 2 संचालकों के खिलाफ FIR

शिवपुरी- कलेक्टर आर.के.जैन ने पटवारी चयन परीक्षा वर्ष 2008 में फर्जी दस्तावेज के माध्यम से नौकरी प्राप्त करने का प्रयास करने वाले 19 अभ्यार्थियों तथा 2 संस्था संचालकों के विरूद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक को दिए है।  

कलेक्टर आर.के.जैन से प्राप्त जानकारी के अनुसार पटवारी चयन परीक्षा 2008 में पटवारी पद हेतु 10$2 शैक्षणिक योग्यता के साथ ही यू.जी.सी. से मान्यता प्राप्त संस्था से कम्प्यूटर में डी.सी.ए. का प्रमाण पत्र चाहा गया था। उन्होंने बताया कि व्यापम द्वारा आयोजित परीक्षा में उत्तीर्ण 19 अभ्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की जांच की गई जिसमें डी.सी.ए. का प्रमाण पत्र संदिग्ध पाया गया  जिसकी विस्तृत जांच की गई। 

जिसमें यह तथ्य प्रकाश में आये कि अभ्यार्थी श्रीकृष्ण गुप्ता पुत्र धनीराम गुप्ता निवासी करैरा, दिलीप कुमार शर्मा पुत्र राम शर्मा निवासी बामोरकलां, शिवकांत गुप्ता पुत्र गौरीशंकर गुप्ता निवासी खोड़, सौरभ गुप्ता पुत्र रामगोपाल गुप्ता निवासी करैरा, अनिल धाकड़ पुत्र चिरोंजी लाल धाकड़ निवासी ग्राम रायपुर, सुरेन्द्र धाकड़ पुत्र रमेश कुमार धाकड़ निवासी जगतपुर, महेश कुमार वर्मा पुत्र सीताराम वर्मा निवासी परिच्छा, जयप्रकाश वर्मा पुत्र करनसिंह वर्मा निवासी शिवपुरी, देवेन्द्र सिंह धाकड़ पुत्र कमर सिंह धाकड़ निवासी शिवुपरी, मनीष शर्मा पुत्र कैदार लाल निवासी शिवपुरी, अरविंद कुमार वर्मा पुत्र प्रेम नारायण वर्मा निवासी ग्राम कनाखेड़ी, रेखा धाकड़ पुत्री मुरारी लाल धाकड़ निवासी शिवपुरी, निर्मला धाकड़ पुत्री रघुवर दयाल निवासी शिवपुरी, बृजेश धाकड़ पुत्र कमरसिंह धाकड़ निवासी शिवपुरी, कृष्णा वर्मा पुत्री रमेश चन्द्र निवासी करैरा, राघवेन्द्र प्रताप धाकड़ पुत्र नक्टू राम धाकड़ निवासी करैरा, नव प्रवीण धाकड़ पुत्र नक्टू राम धाकड़ निवासी करैरा संगीता साहू पुत्री रामसेवक निवासी भौती, रवि प्रकाश भार्गव पुत्र जगदीश प्रमोद भार्गव करैरा के प्रमाण पत्र संदिग्ध पाये गये है। 

सभी विद्यार्थियों द्वारा छत्तीसगढ विश्व विद्यालय का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए गए है, जबकि जांच के दौरान पाया गया कि रायपुर में ऐसा कोई भी विश्व विद्यालय वर्तमान में संचालित नहीं है। इसी प्रकार एक अन्य संस्था अंगुरी देवी मामन चंद ग्लोवल एज्यूकेशन एवं वेलफेयर सोसायटी वी-13 गुल मोहर वाटिका न्यूपुरैना रिंग रोड़ रायपुर- छत्तीसगढ़ के वाईस चेयरमैन सुनील अग्रवाल के हस्ताक्षर से प्रमाण पत्र जारी किए गए। जबकि जांच में इस नाम से कोई भी संस्था अस्तित्व में नहीं पाई गई, जांच में यह तथ्य प्रकाश में आए कि श्री अग्रवाल ने ग्वालियर निवासी प्रीतम सिंह किरार निदेशक सिम्बोयोसिस ग्रुप ऑफ कॉलेजेज किलागेट हजीरा ग्वालियर के साथ सांठ गांठ करके बैक डेट में फर्जी दस्तावेज प्रमाण पत्र बनाए गए है। इनकी भूमिका को संदिग्ध मानते हुए उक्त सभी 21 व्यक्तियों के विरूद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने हेतु लिखा गया है।