शिवपुरी-भाजपा में शिवपुरी जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा पर सबकी निगाहें लगी है। आपसी मनमुटाव और गुटबाजी के कारण भाजपा जिलाध्यक्ष के चयन का मामला लटक जाने से अभी तक नए जिलाध्यक्ष की घोषणा नहीं हो पाई है। भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि 24 नवम्बर को नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा हो सकती है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि 24 नवम्बर को यदि शिवपुरी जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा नहीं हुई तो फिर मामला लटक सकता है और प्रदेशाध्यक्ष के चयन के बाद ही जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा हो सकेगी।
शिवपुरी भाजपा जिलाध्यक्ष पद के लिए रणवीर रावत, ओमप्रकाश खटीक, ओमी गुरू और अशोक खण्डेलवाल के नाम प्रमुखता से चल रहे है। पिछले दिनों पार्टी में हुई रायशुमारी के बाद वर्तमान जिलाध्यक्ष रणवीर रावत की इस पद पर पुन: ताजपोशी के आसार थे और पार्टी के जिला निर्वाचन अधिकारी मधु वर्मा भी इस नाम पर सहमत थे मगर एकाएक रायशुमारी के बाद रणवीर रावत के नाम की घोषणा नहीं हो सकी।
पार्टी के कुछ नेताओं और विधायकों ने इस मामले में असहमति दर्ज कराई। इसके बाद रणवीर रावत के नाम की घोषणा लटक गई। सूत्र बताते है कि यशोधरा खेमा रणवीर रावत के पक्ष में नहीं है इधर दूसरी ओर कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू भी रणवीर के नाम के विरोध में यशोधरा खेमे से मिल गए है।
देवेन्द्र और ओमप्रकाश की जोड़ी चर्चा में
रणवीर रावत की खिलाफत कर रहे कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन और पार्टी के प्रदेश मंत्री ओमप्रकाश खटीक की जोड़ी आजकल चर्चा में है। सूत्र बताते हैं कि शिवपुरी भाजपा जिलाध्यक्ष बनने की मंशा पाले घूम रहे ओमप्रकाश खटीक को जैन ब्रदर्स का साथ मिला है।
यशोधरा खेमा का समर्थन हाथ में लेकर ओमप्रकाश खटीक जैन ब्रदर्स का भी सपोर्ट लेते घूम रहे है। आजकल देेवेन्द्र जैन और ओमप्रकाश खटीक की जोड़ी रात के समय साथ-साथ देखी जा रही है। गुपचुप तरीके से इन दोनों की मुलाकात होती है और आगामी रणनीति बनती है। पार्टी के एक नेता ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि आजकल एबी रोड पर स्थित कांग्रेस वाले गुप्ता जी के होटल में इनकी गुप्त मुलाकातें हो रही है। इन मुलाकातों में केवल जिलाध्यक्ष के नाम पर ही रणनीति बनती है।
मुख्यमंत्री ने कहा मुझसे ना करें संगठन की बात
पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि पिछले दिनों जैन ब्रदर्स ने शिवपुरी के जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में जैन ब्रदर्स ने जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर जैसे ही बात शुरू की मुख्यमंत्री ने सीधा और सपाट उत्तर देते हुए कहा कि मुझसे संगठन की बात ना करें, संगठन की बात प्रभात जी और अरविन्द मेनन जी से की जाए।
खबर है कि जैन ब्रदर्स जिलाध्यक्ष के विवाद के निपटारे के लिए मुख्यमंत्री के पास गए थे मगर मुख्यमंत्री ने जैन ब्रदर्स को कोई खास लिफ्ट नहीं दी। इससे पहले दीपावली के बाद ग्वालियर में प्रभात झा ने भी कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन को उनके साथियों सहित रणवीर रावत का विरोध करने पर जमकर फटकार लगाई थी। यह फटकार पूरी पार्टी में चर्चा का विषय बनी थी।
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