रणवीर रावत का भाजपा जिलाध्यक्ष बनना तय!

शिवपुरी -भारतीय  जनता पार्टी में पिछले कई दिनों से चल रही संगठनात्मक चुनावों की गतिविधियों के बीच शुक्रवार को जिलाध्यक्ष पद को लेकर रायशुमारी हुई। जिले के चुनाव अधिकारी बनाए गए मधु वर्मा ने भाजपा कार्यालय पर जिले के वरिष्ठ भाजपा नेताओं से एक-एक कर मुलाकात की और अध्यक्ष पद को लेकर उनकी राय मांगी।

शुक्रवार को दोपहर 2 बजे से पार्टी कार्यालय पर रायशुमारी का यह दौर शुरू हुआ और देर शाम तक बंद कमरे में वरिष्ठ नेताओं से जिलाध्यक्ष पद के लिए राय मांगी गई। इस रायशुमारी में वर्तमान पार्टी जिलाध्यक्ष रणवीर रावत सब पर भारी नजर आए। सूत्र बताते हैं कि पार्टी के अधिकतर वरिष्ठ नेताओं ने रणवीर रावत को पुन: जिलाध्यक्ष बनाने की बात कही। इस रायशुमारी में पार्टी के जिला निर्वाचन अधिकारी मधु वर्मा ने नवनिर्वाचित मण्डल अध्यक्ष, जिला प्रतिनिधि और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से वन-टू-वन बातचीत की। 

यह बातचीत का दौर शाम तक चलता रहा। पार्टी कार्यालय के एक कमरे में निर्वाचन अधिकारी मधु वर्मा रायशुमारी करते रहे। इस दौरान भाजपा कार्यालय पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व नेताओं का जमाबड़ा लगा रहा। सब लोग यह जानने के लिए उत्सुक थे कि कौन जिलाध्यक्ष बनेगा? इस दौरान शिवपुरी मण्डल के भी कई नेता बड़ी संख्या में यहां नजर आए। शिवपुरी मण्डल के अध्यक्ष पद को लेकर चल रही खींचतान के दौरान निर्मित हुए गुट के नेता भी यहां मंथन करते देखे गए। 

ओमप्रकाश खटीक और ओमी गुरू का नहीं दिया साथ


पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस रायशुमारी में वर्तमान जिलाध्यक्ष रणवीर रावत सब पर भारी नजर आए। बताया जाता है कि रणवीर रावत के पक्ष में नव निर्वाचित मण्डल अध्यक्ष और जिला प्रतिनिधियों ने सहमति दर्ज कराई है। सूत्र बताते हैं कि इस पद के लिए पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश खटीक और वर्तमान महामंत्री ओमी गुरू का किसी ने साथ नहीं दिया। अधिकतर लोग आम सहमति के आधार पर जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर एक मत थे। नव निर्वाचित मण्डल अध्यक्ष और जिला प्रतिनिधियों ने आम सहमति के आधार पर रणवीर रावत का पक्ष लिया। पिछले कई दिनों से यह देखा जा रहा था कि पार्टी के प्रदेश मंत्री ओमप्रकाश खटीक और जिला महामंत्री ओमी गुरू भी अंदर ही अंदर जिलाध्यक्ष की कुर्सी के लिए लॉबिंग करने में लगे थे। इस लॉबिंग का असर आज फीका नजर आया। 

रणवीर रावत की मनेगी दीवाली


सूत्र बताते हैं कि शुक्रवार को हुई जिलाध्यक्ष पद के लिए रायशुमारी में रणवीर रावत का नाम फायनल है। शुक्रवार को दिन भर इस रायशुमारी में अधिकतर नेता रणवीर रावत के नाम पर सहमत थे। सूत्र बताते हैं कि जिला निर्वाचन अधिकारी मधु वर्मा ने आज जो मत और रायशुमारी स्थानीय नेताओं से की है उसके आधिकारिक रिजल्ट एक -दो दिन में घोषित किए जाऐंगें। अनाधिकृत तौर से रणवीर रावत को नया जिलाध्यक्ष मान लिया गया है अर्थात इस बार दीवाली का त्यौहार रणवीर रावत के लिए तीसरे बार अध्यक्ष पद की ताजपोशी लेकर आया है। 

अंदरूनी तौर पर यशोधरा का समर्थन भी रणवीर को


शिवपुरी-भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय के भूमिपूजन कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा, संगठन महामंत्री अरविन्द मेनन और यशोधरा राजे सिंधिया को एक साथ मंच पर बुलाने का फायदा रणवीर रावत को मिलता नजर आ रहा है। जिला संगठन के चुनाव में जिलाध्यक्ष की ताजपोशी में इसका फायदा रणवीर रावत को मिलने के संकेत नजर आ रहे है। बताया जाता है कि शुक्रवार को जिला निर्वाचन अधिकारी मधु वर्मा ने जिलाध्यक्ष पद के लिए जब नेताओं से रायशुमारी की तो कई पार्टी नेताओं ने रणवीर रावत का अध्यक्ष पद के लिए समर्थन किया। इसमें कई यशोधरा समर्थक नेता भी शामिल थे। रणवीर रावत के खिलाफ जिलाध्यक्ष पद को लेकर खेमा खड़ा करने वाले यशोधरा राजे सिंधिया से जुड़े दो नेताओं को खासी मायूसी मिली है। बताया जाता है कि इसमें एक प्रदेश मंत्री और एक महामंत्री स्तर के नेता शामिल है। जो यशोधरा खेमे से अपने नाम को आगे बढ़ा रहे थे। मगर शुक्रवार को इन दोनों नेताओं की एक ना चली। बताया जाता है कि नरेन्द्र सिंह तोमर खेमे के अलावा यशोधरा राजे सिंधिया के गुट से भी नेताओं ने रणवीर रावत के नाम पर सहमति दर्ज कराई है। इसका फायदा जिलाध्यक्ष पद की दौड़ में रणवीर रावत को मिल रहा है और इनका नाम अध्यक्ष पद के लिए फायनल माना जा रहा है। 

सूत्र बताते हैं कि गत दिनों पार्टी के भूमिपूजन कार्यक्रम में एकता का संदेश देने के लिए रणवीर रावत और संभागीय संगठन मंत्री प्रदीप जोशी ने सभी नेताओं को एक मंच पर लाने की जो मुहिम चलाई। उसका फायदा संगठन चुनाव में मिला है। रणवीर रावत के इन प्रयासों की सभी वरिष्ठ नेताओं ने सराहना की है। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि भूमिपूजन का जो कार्यक्रम सफलता पूर्वक वरिष्ठ नेताओं की एक मंच पर मौजूदगी के बाद संपन्न हुआ, उसको आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 

पार्टी नेताओं का मानना है कि एकता की यह मुहिम आने वाले दिनों में दल के लिए मुफीद रहेगी। 2013 को ध्यान में रखकर जिस प्रकार से भूमिपूजन कार्यक्रम में ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया को मंच पर महत्व दिया गया। उससे स्वयं यशोधरा राजे भी काफी प्रसन्न नजर आई। एकता की इस मुहिम को आगे बढ़ाने की बात मंच से स्वयं यशोधरा ने सब पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कही थी और इसी बात का फायदा संगठन चुनाव में भी जिलाध्यक्ष पद के लिए देखने को मिला है। 

सूत्र बताते हैं कि यशोधरा खेमे से जुड़े एक प्रदेश मंत्री और एक जिला मंत्री अपने नाम को आगे करके कुर्सी पाने की होड़ में थे और इस होड़ में गुटबाजी के कारण ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की जा रही थी जिससे रणवीर रावत के खिलाफ एक मोर्चा खोला जा सके, मगर यह मोर्चाबंदी ज्यादा देर काम ना आ सकी।