अपने खेत में आग क्यों लगाई, पड़ौसी मांग रहा मुआवजा

शिवपुरी। देहात थाना क्षेत्रांतर्गत आने वाले कोटा निवास एक कृषक की मेहनत से भरी-पूरी फसल जब कटकर खलिहान में पड़ी थी कि तभी वहां पड़ौस के भी एक अन्य कृषक की फसल हार्वेस्टर से कटकर वह उस फसल को आग लगाकर नई फसल के लिए जमीन समतल कर रहे थे, जिस पर फरियादी ने अपने पड़ौसियों से एक-दो दिन रूकने को कहा लेकिन वह नहीं माने और स्वयं के खेत में आग लगाकर कटी हुई फसल से जमीन को समतल करने लगा जिस पर आग भड़की और वह फरियादी की कटी पड़ी फसल पर पहुंच गई जिससे वहां 38 बीघा की फसल पूरी तरह आग में जलकर नष्ट हो गई।


इस पर फरियादी कृषक ने अपने पड़ौसियों के विरूद्ध पुलिस थाना देहात में रिपोर्ट दर्ज कराई तो यहां पुलिस ने भी उसकी सुनवाई नहीं की और उल्टे आरोपीगण ही फरियादी को धमकाने लगे। तब कहीं जाकर जिला प्रशासन से इस मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए नुकसान की भरपाई के रूप में मुआवजा राशि की मांग की है।

प्रेस को दी गई जानकारी में फरियादी गुरूदेव सिंह पुत्र दीदार सिंह सिक्ख उम्र 52 वर्ष निवासी ग्राम कोटा ने बताया कि बीती 1 मई को उसके 38 बीघा गेहॅंू की फसल कटकर खेत में पड़ी थी और उसी समय गुरूदेव के पड़ौसी मक्खन सिंह पुत्र सरूप सिंह सिक्ख, अमरीक सिंह पुत्र सरूप सिंह व सरूप सिंह पुत्र मलूक सिंह निवासीगण कोटा अपने खेत में हारर्वेस्टर द्वारा कटिंग होने के बाद खेत में सफाई कर आग लगा रहे थे जिस पर गुरूदेव ने इन लोगों से दो-चार दिन रूकने की गुहार लगाई लेकिन वह नहीं माने और स्वयं के खेत में लगाई आग की चिंगारियां गुरूदेव की फसल पर जा पहुंची जिससे मौके पर ही 38 बीघा गेहॅंू की फसल पूरी तरह जल गई।
 
 इस घटना की जानकारी तुरंत फायर बिग्रेड व पुलिस थाना देहात को भी दी। जिस पर पुलिस व तहसीलदार और विधायक भी मौके पर पहुंचे। फरियादी गुरूदेव सिंह ने पुलिस थाना देहात में अपने पड़ौसियों मक्खन सिंह, अमरीक सिंह व सरूप सिंह के विरूद्ध खेत में लगने का कारण बताते हुए रिपोर्द दर्ज किए जाने की गुहार लगाई लेकिन यहां पुलिस ने गुरूदेव की नहीं सुनी और अब गुरूदेव सिंह पर ही आरोपीगण मामले को दबाने के लिए जान से मारने की धमकी देने लगे है। पीडि़त गुरूदेव ने जिला प्रशासन से इस मामले में निष्पक्ष कार्यवाही कर आरोपियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज करने व शासन से नुकसान के रूप में मुआवजा राशि की मांग की है ताकि उसके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आ सके।