कलेक्टर कौन: मनमानी जारी, सड़क बदहाल

0
राजू (ग्वाल)यादव
शिवपुरी-बीते लंबे समय से पुराने बस स्टैण्ड से बसों के संचालन को लेकर मचने वाली हायतौबा उस समय खत्म हो गई जब यह सभी बसें अब नियमित रूप से नए बस स्टैण्ड पोहरी रोड से संचालित होने लगी। लेकिन जिस मार्ग से यह वाहन गुजर रहे है वहां का मार्ग दुरूस्त करने की किसी ने नहीं सोची जिसके चलते आए दिन इन मार्गों पर दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है।


हम बात कर रहे है झांसी रोड वायपास की जहां से अब प्रतिदिन सैकड़ों बसों का संचालन बना हुआ है। यहां इस रोड की हालत ऐसी है कि आए दिन दुर्घटना के कारण कहीं गेहॅंू से भरे ट्रक पलटी खा रहे है तो कहीं ट्रक गढ्ढों से बचाव में अनियंत्रित होकर बड़ी जनहानि को बमुश्किल रोक पाते है। क्योक एक ओर जहां आईटीबीपी का गेट खुलने से यहां फौजियों व उनके बच्चों का आना-जाना लगा रहता है वहीं इस मार्ग का सर्वाधिक उपयोग करने वाली लुधावली, गौशाला व वायपास के लोग भी इस मार्ग से गुजरने में परहेज करने लगे है। क्योकि यहां आए दिन दुर्घटनाओ की संभावना बढऩे लगी है। स्थानीय नागरिकों व कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने जिला प्रशासन से यातायात बैठक के दौरान दिए गए आदेशो का शीघ्र पालन करने की मांग की है। बैठक में इस मार्ग को दुरूस्त करने व यहां यातायात सुलभ करने की बात जिलाधीश कही गई थी लेकिन अभी तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और यह आदेश हवा में होते नजर आ रहा है।

झांसी वायपास, लुधावली बस्ती, गौशाला, इण्डस्ट्रीयल एरिया व वायपास के लिए गुजरे इस मार्ग की दुरूस्ती के लिए गत कुछ दिनों पूर्व जिलाधीश ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक का आयोजन किया। जहां बैठक में यातायात संबंधी व झांसी वायपास मार्ग को दुरूस्त करने की बात कही थी। इस बैठक में लोकल ट्रक ऑपरेटर यूनियन संघ के अध्यक्ष व जिला संगठन सचिव कांग्रेस अब्दुल रफीक खान अप्पल भी मौजूद थे। जिन्होनें इस मार्ग के दुरूस्तीकरण की पुरजोर मांग उठाई। जहां अप्पल भाई ने इसी वायपास पर एक ट्रक हादसे, ट्रेक्टर-ट्रॉली दुर्घटना व अनियत्रिंत होकर आईटीबीपी गेट में घुसे ट्रक से दुर्घटनाओं का हवाला दिया और बताया था कि इस मार्ग से गेहॅू के बोरों से भरे ट्रकों का भी आना-जाना लगा रहता है लेकिन इस रोड में हुए गढ्ढों के कारण कई बार ट्रक चालक वाहन बचाते-बचाते संभाल नहीं पाता और ट्रक पलट जाता है जिससे जान-माल का खतरा तो रहता ही है साथ ही वाहन स्वामी को भी नुकसान पहुंचता और मार्ग से निकलने वाले किसी रागगीर के कारण जनहानि के नुकसान की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। 
 
अप्पल भाई द्वारा बताए गए पूरे मार्ग की दुरूस्तीकरण की बात सुनकर स्वयं जिलाधीश महोदय इस मार्ग को ठीक कराने की बात कही साथ ही यातायात सुलभ करने के निर्देश भी दिए। लेकिन अब तक ना तो मार्ग सुधरा और ना ही यहां यातायात में कोई सुधार देखने को मिला। झांसी वायपास पर से सर्वाधिक अब वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है इसलिए मार्ग का दुरूस्तीकरण शीघ्र अतिशीघ्र कराया जाए तो काफी हद तक यातायात में भी सुधार किया जा सकता है। कांग्रेस पार्टी के चेरयमैन निगरानी समिति के जिलाध्यक्ष अब्दुल खलील खान, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सफदर बेग मिर्जा, निगरानी समिति के ब्लॉक अध्यक्ष बृजेश गुप्ता परिवहन ठेकेदार, मुन्ना लाल, राम बहादुर सिंह, नवल, राजेश व अन्य स्थानीय लोगों ने इस मार्ग के शीघ्र दुरू स्तीकरण की मांग जिला प्रशासन से की है अन्यथा किसी दिन नागरिकों के सब्र का बांध टूटेगा और आन्दोलन हो ऐसी स्थिति निर्मित ना हो।

कहीं बड़ी दुर्घटना ना हो जा

देखा जाए तो अब जब झांसी वायपास से अधिक बसें व वाहन निकलने के कारण इस मार्ग का उपयोग अधिक होने लगा है ऐसे मे अब कहीं किसी बड़ी दुर्घटना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि यहां आईटीबीपी के जवानों के बच्चे जो आईटीबीपी गेट के सामने ही स्थित दुकान पर कुछ सामान लेने जाते है वहीं शाम को महिलाऐं व जवान भी लुधावली अथवा बाजार के लिए निकलते है तो यहां से कभी भी निकलने वाले वाहनों से दुर्घटनाओं की आशंका हमेशा बनी रहती है। वहीं वायपास पर एक मोड़ जो गुना की ओर जाता है यहां भी यह अंधा मोड़ है और यहां अधिक घटनाऐं होती रहती है ऐसे में इन घटनाओं को रोकने के लिए भी प्रयास करना चाहिए।

बनाए जाए डिवाईडर

लोगों की मांग है कि झांसी वायपास के लिए निकले मार्ग की जब तक दुरूस्तीकरण ना हो तब तक यहां डिवाईडर बनाए जाए। ताकि तेज गति से निकलने वाले वाहनों की गति धीमी हो और दुर्घटनाओं में भी कमी आए। होता अक्सर यह है कि तेज गति से निकलने वाले वाहनों को जब डिवाईडर नहीं मिलते तो वह तेज गति से फर्राटे भरकर निकलते है ऐसे में रोड से निकलने वाले लोगों के लिए बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ता है क्योंक यहां बचाव का भी कोई रास्ता है। झांसी वायपास के लिए रोड के दोनों ओर वृक्षारोपण के लिए वन विभाग ने जालियां लगाकर पूरी रोड बंद कर दी है तो वहीं दूसरी ओर 8-10 फिट गहरी खाई होने के कारण दुर्घटनाऐं भी सर्वाधिक होती है ऐसे में डिवाईडर जगह-जगह बनाए जाए तो दुर्घटनाओं में तो कमी आएगी साथ ही वाहनों की गति में भी कमी आएगी।
Tags

Post a Comment

0Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!