अक्षय तृतीया के दिन सैकड़ों दुल्हा-दुल्हनों ने लिए सात फेरे

शिवपुरी-अक्षय तृतीया को सौभाग्य दिवस कहा गया है इसलिए अक्षय तृतीय के दिन बिन सुझाए विवाह होते है और उनका सौभाग्य अखंड रहता हैं। इस दिन महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए भी विशेष अनुष्ठान एवं साधना की जाती है, इससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस बार की अक्षय तृतीया में विशेष बात है कि इस दिन विवाह से सौभाग्य में अनंत कोटि वृद्धि होगी क्योंकि इस दिन एक विशेष संयोग निर्मित हो रहा है।


इस योग का नाम भी सौभाग्य योग है। इस अक्षय तृतीया पर 12 वर्ष बाद उच्च के सूर्य के साथ मेष में गुरु रहेंगे। इसलिए अक्षय तृतीया सौभाग्य योग में मनेगी। पंडितों के मुताबिक वर्ष में कोई भी तिथि क्षय हो सकती है, लेकिन अक्षय तृतीया कभी भी क्षय नहीं होती है। अक्षय तृतीया 24 अप्रैल मंगलवार के दिन ग्रहों के राजा सूर्य देव जो दिन के स्वामी है।

महाभारत में बताया है कि भगवान श्री कृष्ण द्वारा पांडवों को अक्षय तृतीया के दिन एक अक्षय पात्र दिया गया था जिसमें कभी भी अन्न धन समाप्त नहीं होता था। अक्षय तृतीया को आखा तीज भी कहा जाता है। वर्ष में साढ़े तीन अक्षय मुहूर्त हैं उसमें प्रमुख स्थान अक्षय तृतीया का है। इसी के चलते आज शहर शिवपुरी में ही आधा दर्जन से अधिक समाजों के सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किए गए जिसमें दो सैकड़ा से अधिक विवाह जोड़ों को परिणय सूत्र बांधा जा रहा है। यहां बता दें कि वैसे तो शादी विवाह के मुहूर्त पंडितों द्वारा सुझाए जाते है लेकिन वर्ष में दो बार ही ऐसे मुहूर्त होते है जहां पंडितों के बिना सुझाए ही विवाह संपन्न किए जा सकते है। 

ऐसे में आज 24 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन सभी मुर्हूत शुभ माने जाते है। इस अवसर का लाभ हर कोई लेना चाहता है। अक्षय तृतीय पर शहर में ही दर्जन भर कई समाजों के सामूहिक विवाह सम्मेलन भी आयोजित हुए। शहर के मंशापूर्ण मंदिर, चिंताहरण मंदिर रजक समाज, नवग्रह मंदिर, ठकुरपुरा, कत्थामिल के सामने, फतेहपुर 27 नवम्बर कोठी पर राठौर समाज आदि सहित कई जगह सामूहिक विवाह सम्मेलन में सैकड़ों युवक-युवती विवाह बंधन में बंधेंगे।
 

विधायक ने दिया वर-वधुओ को आशीर्वाद

शहर के फतेहपुर राठौर समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में विवाह उपरांत भाजपा नगर महामंत्री हरिओम राठौर बताशे वाले एवं उनकी पत्नी श्रीमति अर्चना राठौर ने 36 जोड़ों को भगवान शंकर-पार्वती, राम-सीता विवाह की तस्वीरें उपहार स्वरूप भेंट कीं। कार्यक्रम के दौरान सम्मेलन अध्यक्ष कैलाश राठौर एवं राठौर समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष दिनेश राठौर, हरीश राठौर, मोहन, विकास, रवि, करन, सुनील, गणेश महते, दीपक, जॉन, कपिल, मनीष, नीरज, सुनील राठौर खेरी वाले आदि उपस्थित थे। सामूहिक विवाह सम्मेलन में पधारे शिवपुरी विधायक माखनलाल राठौर ने वर-वघुओं को आर्शीवाद देते हुए समाज बंधुओं से आग्रह किया की सामूहिक सम्मेलन समाज का भाईचारा बढ़ाते हैं। मंच पर राठौर समाज के वरिष्ठजन मौजूद थे।
 

कन्या दान योजना का लाभ मिला कई जोड़ों

अक्षय तृतीया के दिन होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलनों में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनहितैशी योजना का लाभ भी कई जोड़ों ने लिया जिसमें 15 हजार रूपए तक की सामग्री के साथ-साथ अन्य सामान भी प्राप्त किया।
 

सामूहिक विवाह सम्मेलनों में दिखी अव्यवस्थाएं

सामूहिक विवाह सम्मेलन में ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों को कई अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा कई ग्रामीण लोग खाना पानी तलाश ते हुए देखे गए तो, कहीं ग्रामीण जनों को दुल्हों को छाया दार जगह तक नसीव नहीं हो सकी इसके लिए वह अपने दुल्हों छत्री में बिठाए देखे गए। वहीं दुल्हों को पानी नसीब न होने के कारण कोल्डिंग या ठंडे से प्यास बुझाते हुए दिखे।
 

नाबालिग दुल्हों ने भी लिए सात फेरे

भले ही प्रशासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि किसी सामूहिक विवाह सम्मेलन में कोई नाबालिग लड़के लड़की की शादी न करें। यदि करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन को शहर के बीचों बीच हृदय स्थल चिंताहरण मंदिर पर नाबालिग दुल्हों ने भी आज रजक समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में सात फेरे लिए। यहां होने वाले विवाह समारोह में कई दूल्हे ऐसे प्रतीत हो रहे थे जो नाबालिग लग रहे थे। वहीं चर्चा भी व्याप्त थी लेकिन सभी लोग शांत रहे।