विश्व विकलांगता दिवस पर शुरू हुई नि:शक्तजनों की क्रीड़ी प्रतियोगिताऐं

शिवपुरी। अंतर्राष्ट्रीय विश्व विकलांग दिवस पर नि:शक्तजनों को आत्मनिर्भर बनाने वाले कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। सन् 1995 एक्ट के अनुसार विकलांगों को भी आमजन की भांति अधिकार प्रदान किए गए है यही कारण है कि प्रतिवर्ष विकलांगों को समान अधिकार के साथ-साथ उनका सामाजिक, आर्थिक, शारीरिक व शैक्षणिक स्तर में सुधार हो इसके लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते है राज्य शासन की मंशानुरूप विकलांगों के समग्र विकास के लिए कई योजनाऐं भी संचालित है जिनका लाभ प्रदान कर इन्हें भी कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ाने का प्रयास जारी है।


यह समझाईश व जानकारी दे रहे थे सामाजिक न्याय विभाग के संचालक एच.आर.वर्मा जो विश्व विकलांग दिवस पर पोलोग्राउण्ड मैदान पर आयोजित चार दिवसीय क्रीड़ा प्रतियोगिताओं के अवसर पर नि:शक्तजनों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर नि:शक्तों के कागजी दस्तावेज पूर्ण करने के बाद उन्हें उनके खेल एवं कला के अनुरूप उनकी प्रतिभा निखारने का कार्य शुरू किया गया। कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए श्री वर्मा ने बताया कि 4 दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता के तहत अलग-अलग दिनों में विभिन्न खेलों की प्रतियोगिता आयेाजित की जाएगी,जिसमें मुख्य रूप से ऐथलेटिक्स के तहत अलग-अलग दूरियों की 50, 100, 200 व 400 मीटर की दौडें़, गोला एवं भाला फेंक, लम्बी एंव ऊंची कूंद, ट्राई साइकिल रेस के अलावा जो प्रतिभागी अपनी कला में महारथ हासिल है उन्हें उनके अनुरूप जैसे फोटोग्राफी, मिट्टी के बर्तन बनाना, पेंटिंग, बांस के बर्तन बनाना, चित्रकलां, लेखन आदि कलाओं की प्रतियोगिताएं आयेाजित की जाएंगी। इसके साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़-नाटक आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस चार दिवसीय प्रतियोगिताओं में संपूर्ण जिले भर के लगभग 400 से 450 प्रतिभागियों के भाग लेने का अनुमान है।
 
पुरूस्कार स्वरूप दी जाएंगी लोई व प्रमाण पत्र  
सामाजिक न्याय विभाग के संचालक एच.आर.वर्मा ने बताया कि विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर 4 दिनी प्रतियोगिताओं के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विजयी प्रतिभागियों को जहां प्रतिवर्ष शील्ड व प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता था इस बार इसमें थोड़ा बदलाव लाया गया है जिसके तहत विजयी प्रतिभागियों को सर्दी के मौसम में बचाव के लिए गरम लोई एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए जाऐंगे। श्री वर्मा का मानना है कि शील्ड और प्रमाण पत्र के अलावा यदि दैनिक उपयोगी सामग्री वितरित की जाए तो इनसे प्रतिभागियों को खुशी होती है साथ ही जरूरत के हिसाब से उपयोगी सामग्री भी प्राप्त हो जाती है।