अपहृत सुपरवाईजर सकुशल छूटा

शिवपुरी. बीते 24 दिसम्बर को कोलारस क्षेत्र के ग्राम सुनाज से डकैत पप्पू गुर्जर गिरोह ने निर्माणाधीन तालाब पर कार्यरत सुपरवाईजर कमलेश मिश्रा का अपहरण कर एक मोटी फिरौती की मांग की थी। इस फिरौती व अपहरण की खबर के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और आईजी, डीआईजी व एसपी सहित लगभग 200 पुलिसकर्मी इस अपहृत की तलाश में जुटे रहे। जिसके चलते मंगलवार-बुधवार की रात्रि को पुलिस ने दबाब के चलते डकैत गिरोह से ग्राम बूढ़ीबरोद से पकड़ को छुड़ा लिया। इसके साथ ही पुलिस का सर्चिंग अभियान अभी जारी है।



प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के कोलारस क्षेत्र में कार्यरत सुपरवाईजर कमलेश मिश्रा का अपहरण 24 दिसम्बर को डकैत पप्पू गुर्जर गिरोह ने कर लिया था। तभी से पुलिस ने इस गिरोह की तलाश में थी जहां इस मामले में डीआईजी आर.एस.मीणा व पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह ने अपहरणकर्ता डकैत गिरोह की तलाश में अलग-अलग 20 दलों की पुलिस पार्टीयां बनाकर 200 पुलिस जवानों को जंगल में सर्चिंग के लिए उतारा। तभी बीती मंगलवार-बुधवार की रात्रि को पुलिस ने ग्राम बूढ़ीबरोद में डकैतों के चंगुल से अपहृत कमलेश मिश्रा को सकुशल छुड़ा लिया गया। डकैतों के चंगुल से मुक्त अपहृत कमलेश मिश्रा ने बताया कि जिस दिन से डकैतों ने उसे उठाया था उसी दिन से वह जंगलों में रहा और उसके साथ किसी भी प्रकार का दुव्र्यवहार नहंी किया गया वहीं डकैत गिरोह ने जब छोड़ा तब एक शॉल व कपड़े भी दिए। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि डकैत गिरोह पर पुलिस का भारी दबाब था जिसके चलते डकैतों ने अपहृत को छोडऩे में ही अपनी भलाई समझी और रात के अंधेरे में वह पकड़ को छोड़ गए । इसके बाद भी डकैत गिरोह के खात्मे के लिए पुलिस का सर्चिंग अभियान जारी है।

इनक कहना है-हमने डकैत गिरोह को पकडऩे के लिए 200 जवान जंगल में उतार दिए है वहीं सुपरवाईजर कमलेश मिश्रा को डकैतों ने पुलिस दबाब के चलते सकुशल छोड़ दिया है मैं स्वयं 25 दिसम्बर से इस पकड़ को छुड़ाने के लिए प्रयास कर रहा था जहां अब हमें सफलता मिल गई लेकिन डकैतों के सफाए के लिए अभियान जारी रहेगा।
 
आर.पी. सिंह पुलिस अधीक्षक शिवपुरी