मिल बांचे मध्यप्रदेश : यशोधरा राजे बनी टीचर, बताए सफलता के गुर

शिवपुरी। प्रदेश के साथ-साथ शिवपुरी जिले में भी आज मिल बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम का आयोजन सभी शासकीय विद्यालयों में सम्पन्न हुआ। इस दौरान जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं वालेंटियरों ने विद्यालय में पहुंचकर बच्चों को अमर शहीदों की जीवनी एवं प्रेरणादायक कहानियां सुनाकर छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद किया। खेल एवं युवा कल्याण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने मध्यप्रदेश शासन के महत्वपूर्ण कार्यक्रम मिल बांचे मध्यप्रदेश कार्यक्रम के तहत आज जिला मुख्यालय पर स्थित शासकीय कन्या प्राथमिक/माध्यमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेकर छात्राओं से सीधा संवाद कर छात्राओं की टीचर बनी। इसके साथ ही यशोधरा राजे सिंधिया ने छात्राओं को सफलता के गुर बताए 

श्रीमती सिंधिया ने इस दौरान छत्रपति शिवाजी की जीवनी की छात्राओं को जानकारी देते हुए शिवाजी से संबंधित छात्राओं से प्रश्न भी किए। छात्राओं ने पूरे आत्म विश्वास के साथ सही जवाब भी दिए। श्रीमती सिंधिया ने इस मौके पर छात्राओं को उपहार भी भेंट किए। कार्यक्रम में भोपाल से प्रसारित प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आकाशवाणी एवं समाचार चैनलों से प्रसारित कार्यक्रम को भी छात्र-छात्राओं ने सुना। 

विधायक पोहरी प्रहलाद भारती ने शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय पोहरी में, कलेक्टर तरूण राठी ने शासकीय विद्यालय छर्च में छात्र-छात्राओं को ज्ञानवर्धक जानकारी देकर उनसे प्रश्न किए। जिनका छात्र-छात्राओं द्वारा सटीक जवाब दिया।

खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप एक उद्देश्य लेकर अपनी पढ़ाई पर फोकस करें। उन्होंने जीवन में अनुशासन के महत्व को बताते हुए कहा कि विद्यालयीन शिक्षा से ही अनुशासन सीखने को मिलता है, अनुशासन के कारण ही व्यक्ति जीवन में राजनीति, सेना, प्रशासनिक, न्यायिक क्षेत्रों में पहुंचकर सेवा करता है। 

उन्होंने कहा कि शिवपुरी जिले में गत 10 वर्षों में यह देखने में आ रहा है। जिले की प्रतिभाए ने विभिन्न क्षेत्रों में समाज एवं देश के विकास में अपनी सेवाए दे रहे है। सेवाए देने के पीछे अनुशासन एवं मेहनत के साथ अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन करना है। 

मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने अपनी पूज्य माताजी स्व.विजया राजे सिंधिया का स्मरण करते हुए कहा कि मां ने लगन, मेहनत, अनुशासन में रहकर राजनीति में अलग पहचान बनाई। उस वक्त देश में गिनी-चुनी महिलाए राजनीति के क्षेत्र में थी। उन्होंने अपने प्रारंभिक शिक्षा का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा एक आवासीय विद्यालय में हुई। उनके द्वारा जो आज जो मुकाम प्राप्त किया है, उसके पीछे लगन मेहनत एवं अनुशासन का परिणाम है। 

उन्होंने कहा कि घुड़सवारी खेल के क्षेत्र में भी उन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के कारण उनका नाम ‘‘एशिया हू ईज हू’’ में भी प्रकाशित हुआ। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि महिलाओं को सशक्तिकरण की दिशा में केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा अनेकों कार्यक्रम संचालित किए गए है। 

श्रीमती सिंधिया ने हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले तीन छात्र-छात्राओं को क्रॉमबुक टेवलेट प्रदाय किए। जिसमें 87 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली छात्रा कु.रोशनी जाटव, 86 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्र श्री प्रदुम्न राठौर और 86.7 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली राहुल वर्मा शामिल है।