सहाब ! बिना काम के ही सचिव ने मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी खजानें में लगा दी सेंध

शिवपुरी। जिलेे के खनियांधाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सुजवाहा महिला सरपंच द्वारा जिलाधीश तरूण राठी को जनसुनवाई में एक आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई गई हैै कि सचिव एवं सह सचिव द्वारा मशकपुरा में सचिव, सहायक सचिव एवं अन्य स्टाफ द्वारा बिना कार्य कराये एवं उसके फर्जी हस्ताक्षर कर शासकीय खजाने से धन राशि का आहरण कर लिया गया। सरपंच द्वारा जिलाधीश से भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही करने की मांग की है। 

जनसुनवाई में ग्राम पंचायत सुजवाहा की सरपंच श्रीमती जयकुंवर लोधी ने जिलाधीश को एक आवेदन के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई है कि ग्राम पंचायत के सचिव रामकुमार शर्मा एवं सहायक सचिव अरूण गौर ने मेरे को बिना जानकारी दिए ग्राम पंचायत सुजवाहा में तालाब का मरम्मत कार्य कराकर उसकी जानकारी मुझे नहीं दी गई। उक्त तालाब मशकपुरा में जब से बना है तब से लेकर आज तक उसमें कोई भी मरम्मत का कार्य नहीं किया गया।

सचिव, सहायक सचिव एवं तकनीकी स्टाफ द्वारा फर्जी मस्टररोलों का मूल्यांकन कर तालाब के मरम्मत कार्य के नाम पर 2, 45616 रूपए की धन राशि शासकीय खजाने से अहारित कर ली गई है। इतना ही नहीं उक्त कर्मचारियों द्वारा सरपंच श्रीमती जयकुंवर लोधी के फर्जी हस्ताक्षर कर लिए गए। फर्जी मस्टर रोलों के नम्बर 19,17,01,15,31,16,02,18,32,05,22,26,12,09,25, 35, 34, 11, 27, 33, 23, 07, 36, 04, 30, 14, 29, 13, 26, 10, 06, 21, 20 रोजगार गारंटी वर्ष 2015-16 तथा 86, 87, 88, 90, 91,92, 93, 118, 94, 95, 119, 120 रोजगार गारंटी योजना के मस्टर रोलों में सरपंच जयकुंअर के फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रूपए की धन राशि शासकीय खजाने से सचिव, सहायक सचिव एवं कर्मचारियों की मिली भगत से निकाल कर खुर्द बुर्द कर दी गई। 

उक्त मस्टर रोलों की संख्या को देखते हुए यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत सुजवाहा तथा अन्य पंचायतों में किस प्रकार से शासन की योजनाओं का क्रियान्वय किया जा रहा होगा। सुजवाहा की सरपंच जयकुंवर लोधी ने जिलाधीश उक्त मामले में जांच कर दोषी कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही करने की मांग की है।

विद्युतकर्मी ने डीपी के नाम पर ग्रामीणों से कर ली उगाई
कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में आज बदरवास तहसील के ग्राम पींरौठ के लगभग डेढ़ दर्जन ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होने विद्युत विभाग में पदस्थ धनीराम प्रजापति की शिकायत करते हुए एक आवेदन दिया जिसमें उल्लेख किया गया है कि उक्त विद्युतकर्मी ने पवन पुत्र ओमकार लाल दिनेश पुत्र रमेश, नवल सिंह रामप्रसाद, अमरसिंह पुत्र खच्चूराम नंद कुमार पुत्र रामलाल, ओमप्रकाश बद्रीप्रसाद, सुल्तान, कमला, जगभान, कल्याण, दिनेश, मुन्ना, फूलसिंह और कमलेश सहित अन्य ग्रामीणों से डीपी लगवाने के नाम पर 1500-1500 रूपए एकत्रित किए लेकिन आज तक गांव में डीपी नहीं लगी। वहीं बिजली के बिल भी बढक़र आने शुरू हो गए। इस समस्या को लेकर ग्रामीण विद्युतकर्मी धनीराम प्रजापति से उक्त रूपए वापस मांगे तो उसने ग्रामीणों को फटकार कर भगा दिया जिससे परेशान होकर उक्त ग्रामीण आज जनसुनवाई में पहुंचे।