शराबी पति ने पत्नि को जिंदा जलाया, ढ़ाई बर्ष के पुत्र को लेकर फरार

पिछोर। जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के ग्राम बमना में शराबी और जुआरी पति राकेश बंशकार ने विवाद के बाद अपनी पत्नि मुन्नी के शरीर पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। 95 प्रतिशत तक जली हुई हालत में महिला को इलाज के लिए पहले पिछोर अस्पताल और फिर शिवपुरी अस्पताल रैफर किया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। 

महिला ने अपने मृत्यु पूर्व बयान में कहा है कि उसके घर बाले राकेश ने उसे आग लगार्ई है। मृतक महिला के भार्ई सुरेश और सरवन ने बताया कि उनका जीजा उनकी बहिन की अक्सर शराब पीकर मारपीट करता था। वह एक नम्बर का जुआरी था और उनकी बहिन से पैसों की मांग करता था। हांलाकि मृतिका ने मृत्युपूर्व दिए बयान में अपने देवर और ससुराल बालो पर भी आरोप लगाया है। परंतु मृतिका के परिजनों ने ससुराल जनों पर लगे आरोपों से इंकार कर दिया है।  

बीते रोज आग लगाने के बाद राकेश अपने ढाई वर्षीय पुत्र आशिक को लेकर भाग गया। गंभीर रूप से जली महिला को मृतिका के ससुर प्रकाश के भार्ई मोहित का लडक़ा मोहर सिंह इलाज के लिए पिछोर लाया जहां से उसे मृतिका के सास-ससुर और चचिया ससुर मोहित शिवपुरी लेकर आए लेकिन ट्रोमा सेंटर में ही बुरी तरह जली हुई अवस्था में मुन्नी की मौत हो गई।

मृतिका मुन्नी के दोनों भार्ई सुरेश और सरवन निवासी पड़ोरा ने बताया कि उनकी बहिन  मुन्नी की शादी   9 वर्ष पूर्व राकेश से की गई थी। शादी के बाद से दोनों पति-पत्नि मजदूरी करते थे और मजदूरी करने के लिए वे अहमदाबाद चले गए जहां वह 6 वर्ष रहे और पिछले दो-तीन वर्र्षों से वह अपने गांव बमना में आकर रहने लगे जहां उन्होंने मकान बना लिया। 

दोनों भाईयों ने बताया कि उनकी बहन उनसे अक्सर कहती थी कि तुम्हारे जीजा जी शराब पीकर मारपीट करते हैं। एक माह पहले भी उन्होंने उनकी बहिन मुन्नी की जमकर मारपीट की थी। जिससे वह पडोरा आकर रहने लगी थी बाद में राकेश ने माफी मांग ली और मुन्नी को फिर बमना ले आया लेकिन उसकी आदत नहीं सुधरी। 

सरबन ने बताया कि वह भिण्ड में मजदूरी का कार्य कर रहे हैं। कल उन्हें जानकारी मिली कि उनकी बहिन को उसके पति ने जला दिया है। यह जानकारी के बाद वह शिवपुरी आए लेकिन तब तक उनकी बहिन की मौत हो चुकी थी। दोनों भाईयों ने मुन्नी के सास-ससुर और देवर को निर्दोष बताया है और उनका कहना है कि उनकी बहिन की हत्या उसके पति ने राकेश ने ही की है। 

सास-ससुर और देवर रहते हैं पिछोर में
बमना में जिस समय मुन्नी को आग लगाने की घटना हुई उस समय घर में मुन्नी का पति राकेश और उनका ढाई वर्षीय पुत्र आशिक था। मृतिका के सास-ससुर और देवर बमना से 10-12 कि.मी. दूर पिछोर में रहते हैं। मृतिका के ससुर प्रकाश और सास फूलवती का कहना है कि कल उनके भतीजे मोहर सिंह ने उन्हें सूचना दी थी कि उनकी बहू को प्रकाश ने मिट्टी का तेल डालकर जला दिया है और उसे लेकर वह पिछोर आ रहा है। 

इस सूचना पर वह पिछोर अस्पताल पहुंचे तब उन्हें घटना की जानकारी मिली। पिछोर से शिवपुरी मुन्नी को उसके सास और ससुर शिवपुरी अस्पताल लेकर आए। मृतिका का देवर धर्मवीर उम्र 20 वर्ष भी पिछोर में अपने माता-पिता के साथ रहता है और उसका हाल ही में पैरों का ऑपरेशन हुआ है।

पिटाई के बाद लगार्ई आग
मृतिका मुन्नी के ससुर प्रकाश और सास फूलवती ने बताया कि वह अपने पुत्र राकेश के व्यवहार से परेशान थे। इस कारण कर्ई वर्र्षो से वह बमना छोडक़र पिछोर रहने लगे थे। बमना में उनके भाई आदि रहते हैं जिन्होंने बताया कि कल दोपहर राकेश का मुन्नी से झगड़ा हुआ और यह झगड़ा इतना बढ़ा कि राकेश ने मुन्नी की पहले डंडों से मारपीट की और जब इससे भी उसका मन नहीं भरा तो उसने मिट्टी का तेल डालकर मुन्नी के शरीर में आग लगा दी। इसके बाद वह अपने पुत्र को लेकर भाग गया। 

दहेज के लिए नहीं करते थे परेशान
मृतिका मुन्नी के दोनों भार्ई सुरेश और सरवन ने इस बात से इन्कार किया कि उनकी बहिन को ससुराल बाले दहेज के लिए प्रताडि़त करते थे। हां उसका पति राकेश अवश्य उससे रूपयों की मांग करता था। 

उनका कहना है कि उनकी बहिन भी पति के साथ मजदूरी कर कमाती थी। इस कारण उस पर भी पैसे रहते थे। जबकि अपने पैसे राकेश शराब और जुए में उड़ा देता था। एक माह पहले भी पैसों की मांग को लेकर राकेश और मुन्नी में झगड़ा हुआ। 

दोनों भार्ईयों ने यह भी बताया कि कभी उनसे पैसों की मांग नहीं हुई। क्योंकि वह भी बहुत गरीब है और मजदूरी कर पेट पालते हैं। इस समय वह भिण्ड में मजदूरी का कार्र्य कर रहे हैं और भिण्ड से ही शिवपुरी आयें हैं।