घोटाले की नपा: अब फूल वालों को बिना टेंडर जारी किए लगा दी 9 लाख की टीनशेड

शिवपुरी। घोटालों की खान कहे या फिर घोटाले की ब्राड एम्बेसडर नगर पालिका परिषद में अधिकारी और कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। प्रतिदिन उजागर हो रहे इन घोटालों के बाद भी नपा के अधिकारी और कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहे है। इस घोटालों के चलते मीडियां की दखलदांजी के बाद कई मामले कोतवाली में भी दर्ज हो गए है उसके बावजूद भी उक्त कर्मचारी और अधिकारी सुधरने का नाम ही नही ले रहे। आज भी ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जब नगर पालिका ने इस भ्रष्टाचार की हद को पार करते हुए नगर पालिका से गुरूद्वारे के पास स्थिति फूलवालों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से 9 लाख रूपए की टीनशेड का निर्माण करा दिया। 

इस टीनशेड के निर्माण के लिए नगरपालिका ने न तो कोई टेडर जारी किए और न ही कोई नोट सीट बनाई। बिना फोर्मल्टी पूरी किए नगरपालिका ने इस टीनशेड का निर्माण करा दिया। शिवपुरी की विधायक और प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिया था कि सावरकर उद्यान के बाहर फूलमाला बेचने वाले लोगों की सुविधा के लिए टीनशेड लगाया जाए। लेकिन नगरपालिका प्रशासन ने बिना औपचारिकता पूर्ण किए, बिना फाइल बनाए  और बिना टेंडर लगाए वाले-वाले टीनशेड लगाकर एक और घोटाले का सूत्रपात किया है। नपा सूत्र बताते हैं कि लगभग 9 लाख रूपए की लागत के टीनशेड लगाए गए हैं और वाले-वाले इस मद में 4 से 5 लाख रूपए घोटाले का संदेह है। 

इस विषय में मुख्य नगरपालिका अधिकारी रणवीर कुमार का कहना है कि मुझे नहीं मालूम टेंडर हुए अथवा नहीं, मैं फाइल  देखकर बता पाऊंगा। उनके आगे कहा कि मुझे यह भी जानकारी नहीं है कि टीनशेड लगा है अथवा नहीं। उपयंत्री आरडी शर्मा से जब पूछा गया कि क्या टीनशेड की फाइल बनी है अथवा नहीं। 

टेंडर हुए हैं अथवा नहीं तो उनका भी जवाब सुन लीजिए मुझे जानकारी नहीं है। फाइल देखकर मैं बता पाऊंगा। वहीं नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने कहा कि मैंने टीनशेड लगाने का आदेश दिया था लेकिन यह नहीं कहा था कि बिना औपचारिकता पूर्ण किए टीनशेड लगा दी जाए। 

जानकारी के अनुसार वीर सावरकर पार्क के बाहर फुटपाथ पर बैठकर फूलमाला विक्रय करने वाले कुशवाह समाज के दुकानदारों द्वारा टीनशेड लगाने की मांग नपाध्यक्ष मुन्नलाल कुशवाह से की गई थी जिस पर टीनशेड लगाने का नपाध्यक्ष ने आश्वासन दिया और तुरंत ही अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने वहां टीनशेड लगाने का निर्देश नपा सीएमओ रणवीर कुमार को दिया लेकिन नपा अधिकारियों ने टीनशेड के नाम पर भी भ्रष्टाचार करने की रूपरेखा तैयार की और अपने चहेते ठेकेदार से वहां टीनशेड लगवा दी। 

खास बात यह है कि टीनशेड लगाने के कार्य के लिए न तो कोई स्वीकृति ली गई और न ही टेंडर जारी किए। यहां तक कि वर्कऑर्डर भी प्राप्त नहीं किया। सूत्र बताते हैं कि उक्त कार्य संबंधित फाइल भी नगरपालिका ने अभी तक तैयार नहीं कि लेकिन इससे पहले ही वहां टीनशेड लगकर तैयार हो गई है। 

टीनशेड लगवाने की मंत्री जी और नपाध्यक्ष कुशवाह के निर्देश थे : सीएमओ 
बिना टेंडर, वर्कऑर्डर और  विज्ञप्ति जारी किए ही नगरपालिका ने 9 लाख रूपए लागत की टीनशेड लगाने का कार्य किया है उस पूरे मामले को लेकर जब नगरपालिका सीएमओ रणवीर कुमार  से बात की गई तो उन्होंने जवाब देने में आनाकानी की लेकिन जब उनसे पूछा गया कि उक्त कार्य के निर्देश उन्हें कहां से प्राप्त हुए है जिस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और नपाध्यक्ष मुन्ना कुशवाह के निर्देश पर यह कार्य किया गया है। 

लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने बिना टेंडर जारी किए कार्य करने का निर्देश दिया था जिस पर सीएमओ ने चुप्पी साध ली और कहा कि वह अभी बाहर हैं उन्हें यह ज्ञात नहीं है कि मौके पर टीनशेड लग गई है या नहीं। वह आने के बाद ही कुछ कह पाएंगे।

हां मैंने निर्देश दिए लेकिन बिना टेंडर के टीनशेड लगाने के नहीं : नपाध्यक्ष कुशवाह 
9 लाख रूपए की लागत राशि से फूलमाला विक्रेताओं के लिए बिना टेंडर जारी किए लगाई गई टीनशेड का मामला जैसे ही मीडिया के संज्ञान में आया तो अधिकारियों ने चुप्पी साध ली। जब नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि मैंने टीनशेड लगाने के निर्देश दिए थे लेकिन ऐसा नहीं कहा था कि वह बिना टेंडर और वर्कऑर्डर के टीनशेड लगा दें हालांकि मैंने मौके पर नहीं देखा है कि वहां टीनशेड लग गई हैं या नहीं। अगर ऐसा हुआ तो मैं नियमानुसार दोषियों पर कार्यवाही करूंगा। 

बिना टेंडर के कार्य करना भ्रष्टाचार का संकेत : नपा उपाध्यक्ष 
नगरपालिका उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी आपके माध्यम  से मिली है। अगर नपा अधिकारियों ने बिना टेंडर जारी किए टीनशेड लगवा दी है तो यह भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है। ईद के अवकाश के बाद में कार्य की फाइल देखूंगा। अगर फाइल नहीं मिली तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करूंगा।