रन्नौद की अमर लव स्टोरी होगी जीवित: बडे पर्दे पर आएगी

शिवपुरी। जिले के रन्नौद क्षेत्र में स्थित पुरातत्व महत्व की बहुमूल्य धरोहर खोकईमठ को अब बड़े पर्दे पर भी देखा जा सकेगा। रानी ककन और राजा कीर्तिराज की प्रेमकथा पर आधारित इस फिल्म की शूटिंग मई माह में प्रारंभ होने जा रही है। खासबात यह कि इस फिल्म की शूटिंग में जिले के नरवर और रन्नौद के खोकईमठ को भी शामिल किया गया है। 

इतिहासकार बताते है कि रन्नौद स्थित खोकईमठ शैव संप्रदाय की धार्मिक राजधानी रही है और यहां मत्यमहूर राजा का शासन भी हुआ है। यहां पर हृदय शिव आचार्य के काल में उनकी गिरब्रजा नामक तपस्वी थी। जिनकी ककन नामक पुत्री थी। 

बताया है कि यह फिल्म ककन के अनूठे और राजा कीर्तिराज के निश्चल प्रेम की अमर कहानी है। इस फिल्म को नोएड़ा के दो इंजीनियर सरस उपाध्याय और प्रतीक तिवारी द्वारा बनाया जा रहा है। जिसे पर्यटक विकास निगम द्वारा 10 लाख की राशि दी गई है। इस फिल्म के बन जाने से रन्नौद क्षेत्र का खोकईमठ राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हो जाएगा। 

सिंहौनिया के राजा कीर्तिराज शैव संप्रदाय की धार्मिक राजधानी खोकईमठ आया था। और जब वह यहां से निकलने वाली महुअर नदी जिसे प्राचीन इतिहास में मधुमति के नाम से जाना जाता है। 

यहां से गुजरा तो तपस्वी गिरब्रजा की पुत्री ककन को उसने नदी में मगरमच्छ द्वारा हमला करते हुए देखा राजा कीर्तिराज ने अपनी वीरता का परिचय देते हुए सुंदर युवती ककन को बचा लिया और इस तरह से दोनों में प्रेम हुआ और फिर वह प्रणय संबंध में भी बंध गए। बताया जाता है कि सिंहौनिया के राजा कीर्तिराज ने ककन की याद में ककनमठ का निर्माण कराया । 

मई के अंत तक हो जाएगी शूटिंग प्रारंभ 
फिल्म निर्देशक सरस उपाध्याय के पिता शिवपुरी एसडीएम रूपेश उपाध्याय की माने तो पुरातत्व और इतिहास के दृष्टि कोण से यह फिल्म बेहद अहम होगी और दर्शकों द्वारा सराही जाएगी। साथ ही साथ पर्यटन के क्षेत्र में भी यह फिल्म नए पर्यटकों को शिवपुरी से जोड़ेगी। इस फि ल्म की शूटिंग मई माह के अंत में प्रारंभ हो जाएगी।