सिंधिया को शिवपुरी की नई तासीर समझा गई चौबे सर की कहानी

शिवपुरी। आज पब्लिक पार्लियामेंंट के मंच पर शिवपुरी नगर की जलसमस्या के विरोध मे इस जलक्रांति को समर्थन देने आए सिंधिया ने इस मंच को कनवेन्स करने की कोशिश की तो शिक्षाविद् मधुसुदन चौबे सर ने कहानी सुनाई जो सिंधिया जी समझ गए कि अब शिवुपरी की पब्लिक क्या चाहती है।

चौबे सर ने कहा कि अफगानिस्तान में खेल बडा ही लोकप्रिया है उसका नाम है बुचकशी, इस खेल में एक वाडे में एक मैमने को छोड दिया जाता है और खिलाडी अपने घोडो पर बैठकर अपने भाले से इस मैमने को लूटने का प्रयास करते है।

खेल तब तक जारी रहता है जब तक मैमना मर नही जाता। इस खेल में सभी खिलाडी अपने भाले को मैमने में घुसाकर लूट कर ले जाने का प्रयास करते है। कोई पेट में भला घुसेडता है कोई कही। कुल मिलाकर शिवुपरी की हालत भी ऐसी हो गई है जनता यह मैमना ही बन रह गई है।

चौबे सर ने कहा कि हमारे ऊपर भी वादो के भाले ही मारे जा रहे हैं। सभी दलों के प्रतिनिधि आते है और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते है और हमे एक नया वादा दे जाते है। अब ऐसा नही होगा। जब नतीजा चाहिए तब नतीजा नही आऐगा। सिंध का पानी नही आऐगा हमारा मंच चौराहे पर ही तंबू गाडे खडा रहेगा।