वनवासी छात्रावास का वार्षिकोत्सव संपन्न

शिवपुरी ब्यूरो। सेवा भारती द्वारा संचालित सहरिया वनवासी बालक छात्रावास का वार्षिकोत्सव रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ संपन्न हुआ।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता की आसंदी से बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय सह संपर्क प्रमुख डॉ. जगदीश नामधारी ने कहा कि वनवासियों की शक्ति, सामर्थ, योग्यता और संस्कारों के हजारों उदाहरण रामायण,महाभारत और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े इतिहास के पन्नों को पटलने पर मिलते हैं। उन्होंने उन लोगों को धन्यवाद दिया जो लोग वनवासियों को मु य धारा से जोडऩे के कार्य में लगे हुए हैं। वनवासियों के लिए काम करना राम और राष्ट्र के लिए कार्य करना हैं।

इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पोहरी के विधायक प्रहलाद भारती ने अपने उदबोधन में कहा कि अंतिम छोर से आये वनवासी बच्चे संस्कार ग्रहण कर सेवा भारती छात्रावास के माध्यम से आगे बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा भारत माता, माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात अतिथियों का सेभा भारती छात्रावास की अध्यक्ष हरज्ञान प्रजापति व अधीक्षक मुकेश करण द्वारा श्रीफल भेंट कर स्वागत किया।

मुख्य वक्ता डॉ. श्री नामधारी ने रामयण की चौपाईयों के माध्यम से बताया कि रावण जैसी आसुरी शक्ति का विनाश दशरथ की चतुरंगी सेना नहीं कर सकी। वह कार्य राम ने वनवासियों की सामर्थ शक्ति को संगठित करते हुए किया। महाराणा प्रताप, शिवाजी राजा, के साथ युद्ध  करते हुए आक्राताओं से लड़ते हुए अपने प्रांणों का बलिदान देने का सर्वाधिक कार्य किया।

वहीं स्वतंत्रता आंदोलन में वृषामुण्डा व टंटईया भील के योगदान को कोई भुला नहीं सकता।  स्वतंत्रता  आगे कहा कि अंग्रेजों की नीतियों के कारण आज कई समाज हमसे अलग हो गए हैं। लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने इनके सृजन करने का कार्य हाथ में लिया है। आज देश के पांच करोड़ वनवासी सामर्थ साली समाज को राष्ट्र की मु य धारा से जोडऩे का कार्य सफलता पूर्वक चल रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में समाज के सहयोग से 18 छात्रावास चल रहे हैं। इनमें दो हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में 42 छात्र इंजीनियर, 5 छात्र मेडीकल  व 1 छात्र एमडी की पढ़ाई करने में कॉलेजों में है। इसके अलावा अन्य नौकरियों में जाने वालों की सं या सैकड़ों में है।

इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पोहरी के विधायक प्रहलाद भारती ने कहा कि सेवा भारती के छात्रावासों में पढऩे वाले छात्र अन्य वनवासी बच्चों के लिए प्रेरणास्त्रोत के रूप में उदाहरण प्रस्तुत करेंगे। छात्रावास में न केवल व्यक्ति विकास व संस्कार ही नहीं मिलते बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऩे का मौका मिल रहा हैं।

कार्यक्रम में वनवासी छात्रों ने घोष, नृत्य, संस्कृत गीत, एकल गीत, योगासन, सूर्य नमस्कार, नियुद्ध की कला, नाटक की शानदार प्रस्तुति देकर उपस्थित लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया था। कार्यक्रम का संचालन संघ के व्यवस्था प्रमुख राजेश गोयल द्वारा किया।