कांग्रेस को झटका देकर खूब पिल पड़े निर्दलीय प्रत्याशी छत्रपाल गुर्जर

शिवपुरी। थर्ड फ्रंट को लेकर इन दिनों यदि कोई सरगर्मी से चर्चित हो रहा है तो वह निर्दलीय प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गुर्जर जो इन दिनों मटका चुनाव चिह्न लेकर चुनावी मैदान में है और इनका बाब है कि इस बार वह नगर के विकास को सपनों को पूरा करने के लिए यह चुनाव लड़ रहे है जिसमें पब्लिक पाॢलयामेन्ट और अन्य सामाजिक संगठन के समन्वय से छत्रपाल यह नैया पार करना चाहते है।
गत दिवस उन्होंने अपनी बेबाक वाणी में कांग्रेस को झटका कर कांग्रेस पर ही पिल पड़े कि कांग्रेस क्या खाक उन्हें टिकिट देगी, मैं खुद टिकिट का प्रबल दावदेार हॅंू और जनता ही मुझे टिकिट और वोट दोनों देगी। इन्हीं भावनाओं के साथ छत्रपाल अब मैदा न मारने की तैयारी में जुट गए है।

कांग्रेस टिकट न मिलने से खपा होकर निर्दलीय रूप से नपाध्यक्ष पद का चुनाव लडऩे वाले छत्रपाल सिंह गुर्जर के तेवर काफी आक्रामक हैं। उनके निशाने पर कांग्रेस और भाजपा दोनों दल हैं। श्री गुर्जर कहते हैं कि दलों ने इस शहर को दलदल में बदल दिया है। कांग्रेस मुझे क्यों टिकट देगी? क्योंकि मैं दलदल बनाने वाला नहीं, बल्कि उपवन बनाने वाला हूं। इसकी मिशाल सावरकर पार्क की बदली हुई सूरत है। वह मतदाताओं से अपील करते हैं कि वोट देने से पहले एक बार सावरकर पार्क जरूर देखकर आईए। दलों के उ मीदवारों के बारे में आंकलन तो शहर देखकर आपको हो ही जाएगा।

यह पहला मौका नहीं है जब छत्रपाल सिंह गुर्जर को कांग्रेस ने ठेंगा दिखाया है। पिछले नगरपालिका चुनाव में तो वह अपनी पत्नी को कांग्रेस का टिकट नहीं दिला पाए थे। तब भी उन्होंने बगावत का दामन थामकर जीत हासिल की थी और कांग्रेस प्रत्याशी आधा सैकड़ा मत भी नहीं ले पाए थे। इसी से उत्साहित होकर श्री गुर्जर ने नपाध्यक्ष पद का चुनाव निर्दलीय रूप से लडऩे का फैसला किया है। उनका मॉडल सावरकर पार्क है जहां पिछले पांच वर्षों की उनकी मेहनत फलीभूत होती हुई नजर आ रही है।

सावरकर पार्क का मॉडल ही उनके चुनाव लडऩे का आधार बना हुआ है। पब्लिक पार्लियामेंट और व्यापारी वर्ग के एक हिस्से का समर्थन भी उन्हें मिलने लगा है। इससे वह उत्साहित हैं और कहते हैं कि कांग्रेस जनता के मन में अपने प्रति विश्वास पैदा नहीं कर पाई है और भाजपा ने पिछले पांच साल में नगरपालिका में काबिज रहकर जो दुर्दशा की इबारत लिखी है वह सर्वविदित है। उनका नारा है कि सिंहासन खाली करो कि जनता आती है और अगर मैं जीता तो शिवपुरी नगर के विकास का रिमोट जनता के हाथों में होगा और लिखी जाएगी। शहर के विकास की एक नई इबारत।