उमा भारती समर्थक ने दी थी भाजपा नेता की हत्या की सुपारी

शिवपुरी। पिछोर में हुए भाजपा नेता नवलकिशोर चौबे की हत्या की सुपारी किसी और ने नहीं बल्कि उमा भारती के समर्थक विजय भारद्वाज ने दी थी। ये वही विजय भारद्वाज हैं जो उमा भारती के साथ उनकी जनशक्ति पार्टी में चले गए थे और उमा के साथ ही वापस लौट आए।

भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री एवं किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष नबलकिशोर चौबे पर हुए हमले का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है और 4 आरोपियों की गिरफ्तारी भी की है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि नबलकिशोर की हत्या के लिए भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय भारद्वाज ने सुपारी दी थी। भारद्वाज नबलकिशोर से रंजिश रखता था। उसे विश्वास था कि पिछोर विधानसभा क्षेत्र से नवलकिशोर के अडंगे के कारण ही उसे टिकट नहीं मिल रहा था।

दोनों के बीच जमीन संबंधी पुरानी रंजिश भी थी। इसीलिए विजय भारद्वाज ने षड्यंत्र रचा और नबलकिशोर की हत्या कराने के लिए उसने आरोपियों को डेढ़ लाख रूपये की राशि दी। पुलिस ने इस पूरे मामले में विजय भारद्वाज के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है। हालांकि आरोपी विजय अभी भी फरार है। जिसकी गिर तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। वहीं आरोपी की पत्नि खनियांधाना जनपद पंचायत उपाध्यक्ष रागिनी भारद्वाज भी पति के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद घर में ताला लगाकर गायब हो गई है।

उल्लेखनीय है कि विगत 27 मार्च की शाम दो मोटरसाइकिल सवार युवकों ने खनियांधाना बस स्टेण्ड पर शतरंज खेल रहे भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष नबलकिशोर चौबे पर गोली चलाई। जिससे वह घायल हो गए। बाद में घटनास्थल पर ही गोली चलाने वाले युवक को वहां मौजूद लोगों ने पकड़ लिया था और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी संजय पुत्र फेरन सिंह यादव से पूछताछ की तो उसने कल्लू यादव, लखन यादव, नीरज यादव और बंटी पण्डित के नामों का खुलासा किया।

जिन्हें पुलिस ने विगत दिनों गिर तार किया और पकड़े गए आरोपियों ने मामले के पीछे भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय भारद्वाज के नाम का खुलासा करते हुए बताया कि उनके द्वारा नबलकिशोर चौबे को मारने के लिए यहां बुलाया गया है और इसके एवज में उन्हें डेढ लाख रूपये की राशि दी गई थी। मामले में विजय भारद्वाज का नाम आने से पुलिस सक्रिय हो गई और जांच शुरू की। जिसमें विजय भारद्वाज भी दोषी पाया गया और पुलिस ने कल उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया। उसके बाद आरोपी की पत्नि जनपद उपाध्यक्ष रागिनी भारद्वाज भी घर पर ताला लगाकर कहीं गायब हो गई। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।

हमले के पीछे यह रहे कारण

हमले का मास्टर माइंड भाजपा युवा मोर्चा का पूर्व जिलाध्यक्ष विजय भारद्वाज रहा और उसके द्वारा भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री नबलकिशोर पर हमला कराने के पीछे के कारण जो सामने आए हैं। उनमें प्रमुख कारण आरोपी द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में पदस्थ आरोपी की मां के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोलना मुख्य कारण रहा है। वहीं रंजिश इसलिए और बढ़ गई, क्योंकि नबलकिशोर की बहू विजय की मां की सेवानिवृत्ति के बाद छात्रावास की अधीक्षिका बन गई और आरोपी को यह डर सताने लगा कि कहीं वह उनके कार्यकाल के काले कारनामे उजागर न कर दें। जिससे दोनों के बीच रंजिश और बढ़ गई। वहीं दूसरा कारण राजनैतिक प्रतिद्वंद्वता और जमीनी विवाद भी निकलकर आया है।