विश्व विकलांगता दिवस पर नि:शक्तों की प्रतियोगिताऐं संपन्न

शिवपुरी-नि:शक्तजन में असीमित सामथ्र्य और प्रतिभा है, उन्हें समूचित अवसर और अनुकूल वातावरण प्रदान किया जावें, यह विचार जिला न्यायालय के अतिरिक्त मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट और रजिस्ट्रार ए.के.छापरिया ने तात्याटोपे शारीरिक प्रशिक्षण महाविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय विश्व विकलांगता दिवस पर नि:शक्तजनों और उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
इस अवसर पर मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट श्री छापरिया के अलावा व्यवहारिक न्यायाधीश वर्ग-2 श्रीमती नीलू संजीव ऋंगरिषि, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 कौशलेन्द्र सिंह भदौरिया और जिला विधिक अधिकारी प्रदीप सिंह ठाकुर उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अरुण अपेक्षित प्रमुख कलाकर ने किया।

इस अवसर पर विधिक सहायता अधिकारी प्रदीप ठाकुर ने नि:शक्तजनों के अधिकारों के कानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी प्रदान की। प्रांरभ में उप संचालक सामाजिक न्याय श्री एच.आर.वर्मा ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी तीन दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय विश्व विकलांगता दिवस के अवसर पर नि:शक्त जनों की खेलकूद, सांस्कृतिक और सामर्थ प्रदर्शन की प्रतियोगिताऐं आयोजित की गई। 

जिनमें जिले के दूरस्थ अंचलों से आये लगभग 118 अस्थि वाधित, दृष्टि बाधिक, श्रवण वाधित और मानसिक रूप से नि:शक्तजनों ने सहभागिता कर प्रतियोगिताओं में उत्साह से भाग लिया। आयोजन में फि जीकल कॉजेल के प्रभारी प्राचार्य विजय भार्गव उनके सहयोगी प्राध्यापकों, छात्रों के साथ विकास खण्ड खेल अधिकारी विवेकवर्धन शर्मा, कलाकार हरिवंश त्रिवेदी और मनोज वावरा का विशेष सहयोग रहा। 

अंत में मुख्य अतिथि के द्वारा विजेता प्रतियोगियों को पुरस्कारों का वितरण किया गया। आयोजन में अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. एस.पी.एस.रघुवंशी, कान एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ.ओ.पी.शर्मा और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.एच.पी.जैन ने नि:शक्तजनों का परीक्षण किया, पांच नि:शक्तों को तीन पहियें की साइकिलों का वितरण भी किया।