अंतत: सफल हो गईं कपिल की कोशिशें, हटाए गए मंडी सचिव

शिवपुरी। कृषि उपज मण्डी समिति शिवपुरी में पिछले 14 माह से अपने कार्यकाल के दौरान की जाने वाली मनमानी और मण्डी के राजस्व को नुकसान पहुंचाकर भ्रष्टाचार करने वाले मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे का तबादला आखिरकार युवा भाजपा नेता व मण्डी में विधायक प्रतिनिधि कपिल जैन (पत्ते वाले) ने करा ही दिया।

गत हफ्ते भर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की गई भेंट में सचिव की काली करतूतों से भरी शिकायतों का पुंलदा जैसे सीएम के समक्ष पहुंचा तो उन्होंने शिवपुरी प्रवास के दौरान मिली शिकायत का भी जिक्र किया जिस पर कपिल जैन को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि शीघ्र ही मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे का स्थानांतरण कर दिया जाएगा, इसी क्रम में गत दिवस उनका आश्वासन के आधार पर कपिल जैन ने यह विश्वास जताया कि मण्डी सचिव का स्थानांतरण तय है और सोमवार को इसके आदेश भी जारी हो जाऐंगें। 

कपिल जैन के इस अथक प्रयासों से यह साफ हो गया कि वह जनप्रतिनिधि होने के का दायित्व बखूबी निभा रहे है क्योंकि कृषि उपज मण्डी समिति में चुने गए अध्यक्ष शंकर लाल आदिवासी और उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह का मनोनयन भी कपिल जैन के प्रयासों से फलीभूत हुआ। इसी प्रकार से मण्डी सचिव का तबादला कराने से कपिल ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

यहां बता दें कि कृषि उपज मण्डी शिवपुरी में पदस्थ मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे के कार्यकलापों से ना केवल मण्डी प्रांगण में अव्यवस्था फैल रही थी वरन मण्डी में कार्यरत हम्माल, व्यापारी व मण्डी प्रबंधन स्वयं अपनी कमियों को दूर करा पाने में असहज महसूस कर रहा था दूसरी ओर कृषकों ने अपने प्रतिनिधि के रूप में चुने मण्डी अध्यक्ष शंकर लाल आदिवासी और उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह को मिले पदीय दायित्व का निर्वाह करने में मण्डी सचिव आए दिन अड़ंगे लगाकर स्वयं की मनमर्जी से किए जाने वाले कार्य करता रहा। 

जिसकी शिकायत मण्डी में विधायक प्रतिनिधि कपिल जैन को भी थी उन्होनें अपने प्रयासों से मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे को हटाने का फैसला किया और इसके लिए मण्डी प्रबंधन को साथ लेकर कृषकों, हम्मालों और व्यापारियों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए लड़ाई लड़ी। मण्डी में टैक्स चोरी, मण्डी प्रांगण के बाहर तुलावट व किसानों को मिलने वाली योजनाओं का ना तो क्रियान्वयन हुआ और ना ही उन्हे इनका लाभ मिला। इस संदर्भ में मय दस्तावेजों के साथ कपिल जैन ने गत 22 मई को शिवपुरी प्रवास पर आए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से भी मण्डी सचिव के कारनामों की शिकायत की।

जिसके परिणाम स्वरूप गत हफ्ते भर पूर्व कपिल जैन स्वयं मुख्यमंत्रीन से मिलने भोपाल पहुंचे और इस मामले में त्वरित कार्यवाही का आग्रह किया। जिस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे की मिली शिकायतों के आधार पर उनके स्थानांतारण का आश्वासन दिया और सोमवार तक इसके आदेश भी जारी होंगे ऐसा विश्वास दिलाया साथ कपिल जैन के आग्रह पर ही शिवपुरी में नए मण्डी प्रांगण स्थल को मण्डी बनाए जाने की स्वीकारोक्ति भी दी। 

इस आश्वासन की जानकारी देते हुए कपिल जैन पत्ते वाले ने कहा कि मण्डी में लाखों का घालमेल और स्वयं के बारे न्यारे करने वाले मण्डी सचिव का तबादला होने से अब मण्डी की व्यवस्थाऐं सुधरेंगी और शिवपुरी मण्डी को प्रदेश की ही नहीं बल्कि देश की नं.1 मण्डी बनाया जाए इसके लिए कार्य किए जाऐंगें। कपिल जैन की इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि एक बार जनप्रतिनिधि किसी के पीछे पड़ जाए तो उसके विरूद्ध कार्यवाही कराकर ही दम लेते है। गत कुछ समय पूर्व भी जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू ने भी अपने प्रयासों से सीईओ जिला पंचायत का स्थानांतरण कराया तो अब कपिल ने अपने प्रयासों से मण्डी सचिव को हटवाकर मण्डी सचिव को उसकी जगह ग्राम सेवक बनाकर भिजवाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे पर लोकायुक्त की गाज गिरना भी तय

सूत्रों द्वारा तो यहां तक बताया गया है कि शीघ्र ही मण्डी सचिव पर लोकायुक्त की गाज भी गिरना तय है क्योंकि भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत लोकायुक्त में भी की गई है जिसमें बताया गया है कि मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे ने किस प्रकार से ग्राम सेवक के बाद मण्डी सचिव का पदभार संभालते ही ग्राम ठर्रा में 100 बीघा जमीन, शिवपुरी शहर की तारकेश्वरी कॉलेनी में 4 मंजिला आलीशान भवन एवं ग्वालियर में 8 बैंक लॉकर आखिर इतनी सारी अकूत संपत्ति एक ग्राम सेवक ने कैसे जुटाई। यह जांच का विषय है इसी संदर्भ में शीघ्र ही लोकायुक्त की गाज भी स्थानांतरित किए जाने वाले मण्डी सचिव के ऊपर कभी भी गिर सकती है। इस सूचना के बाद मण्डी सचिव स्वयं घबराए हुए है और अपने ऊपर गिरने वाली गाज से बचने के लिए किसी टोह की जुगत में है। अब देखना होगा कि यह कार्यवाही कब तक होने की संभावना है।